महाराष्ट्र के नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में कुछ लोगों के जबरन घुसकर हरी चादर चढ़ाने के प्रयास की खबर सामने आ रही है। 13 मई को त्र्यंबकेश्वर में दूसरे धर्म के एक समूह द्वारा यात्रा निकाली गई थी। यह यात्रा मंदिर क्षेत्र में रुकी और भगवान को धूप दिखाने और अन्दर जाने की मांग की गई। मंदिर में घुसते कुछ लोगों के वीडियो भी सामने आया है, बताया जा रहा है कि ये लोग जबरन मंदिर में घुस गये थे।
मंदिर में घुसने का प्रयास
अन्य धर्म के लोगों के द्वारा मंदिर में घुसने के प्रयास का पुजारियों ने विरोध किया। इससे कुछ देर के लिए इलाके में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। पुलिस बल की तैनाती की गई, दोनों पक्ष के लोगों के साथ बातचीत कर मामले को शांत कराने का भी प्रयास किया गया था। हालांकि अब मंदिर में घुसे युवकों द्वारा बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
त्र्यंबकेश्वर मंदिर के प्रवेश द्वार पर साफ़ साफ़ लिखा है कि हिंदुओं के अलावा किसी को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। ऐसे में दूसरे धर्म के लोगों द्वारा मंदिर में घुसने के प्रयास को गंभीरता से लेने की बात हो रही है। राजनीति से जुड़े लोगों की भी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। स्वामी चक्रपाणि ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है, जिहादी मानसिकता के लोगों ने त्र्यंबकेश्वर मंदिर में हरे रंग का चादर चढ़ाया है। हरी चादर चढ़ाकर इस्लामीकरण का संकेत दिया जा रहा है। हम सभी के आँखों के सामने मंदिर जिहाद को अंजाम दिया जा रहा है। इन लोगों की मंशा की जांच होनी चाहिए।
बीजेपी नेता कृपाशंकर सिंह ने कहा कि ये सिरफिरे हैं, ये कहीं ना कहीं से प्रेरित हैं। उपमुख्यमंत्री जी ने जांच के आदेश दिए हैं, मामला जल्द सामने आएगा। वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि जैसे-जैसे आबादी बढ़ रही है, ऐसी हरकतें बढ़ रही हैं।’ एक अन्य यूजर ने लिखा कि अगर उन्हें मंदिर में घुसकर दर्शन करने का शौक है तो हिंदू धर्म अपना लें और एक साल बाद वह मंदिर में जाकर पूजा अर्चना कर सकते हैं।
@LucknowBale यूजर ने लिखा कि यह पूरी तरह से जानबूझ कर किया गया है। @Captsandeep2 यूजर ने लिखा कि सभी ज्योतिर्लिंग इन्हीं लोगों से घिरे हुए हैं। उन्हें मंदिर के अंदर क्यों प्रवेश दिया जाता है? एक अन्य यूजर ने लिखा किउन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ की जाए। उनका इरादा क्या था? क्या पता बाद में त्र्यंबकेश्वर को वक्फ के रूप में दावा करने लगे?
बता दें कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के ओफिसिअल अकाउंट से ट्वीट कर जानकारी दी गई है कि उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने त्र्यंबकेश्वर मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर भीड़ जमा होने की कथित घटना पर प्राथमिकी दर्ज कर कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी घटना की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रैंक के अधिकारियों की अध्यक्षता में एक एसआईटी के गठन का आदेश दिया है। एसआईटी न केवल इस साल की घटना की जांच करेगी, बल्कि पिछले साल की घटना की भी जांच करेगी, जब एक निश्चित भीड़ मुख्य प्रवेश द्वार के माध्यम से कथित तौर पर त्र्यंबकेश्वर मंदिर परिसर में प्रवेश कर गई थी।
