IPL 2018 में दिल्‍ली डेयरडेविल्‍स टीम के कप्‍तान गौतम गंभीर ने उन्‍नाव और कठुआ सामूहिक दुष्‍कर्म कांड पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। उन्‍होंने देश की मौजूदा सिस्‍टम को बेकार करार दिया है। क्रिकेटर ने ट्वीट किया, ‘भारतीय चेतना का उन्‍नाव और उसके बाद कठुआ में बलात्‍कार हो चुका है। अब इसकी हमारे सड़े-गले सिस्‍टम के कॉरिडोर में हत्‍या की जा रही है। मैं इस सिस्‍टम को चुनौती देता हूं कि वह अपराधियों को सजा दिला कर दिखाए।’ गंभीर ने एक और ट्वीट कर कठुआ सामूहिक दुष्‍कर्म और हत्‍याकांड की पीड़ि‍ता की पैरवी करने वाली वकील के काम में बाधा डालने की भी तीखी आलोचना की है। उन्‍होंने ट्वीट किया, ‘शर्म आती है उनलोगों पर खासकर वकीलों पर जो कठुआ की हमारी पीड़ि‍त बेटी का बचाव करने वाली अधिवक्‍ता दीपिका सिंह राजावत को चुनौती और उनके काम में बाधा डाल रहे हैं। बेटी बचाओ से क्‍या अब हम बलात्‍कारी बचाओ हो गए हैं?’ लोगों ने भी गंभीर का समर्थन किया है। कुलदीप पुरोहित ने ट्वीट किया, ‘जोरदार। अकेला क्रिकेटर जो इस पर बोला।’ श्रद्धा ने लिखा, ‘बिल्‍कुल सही। अब बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ नहीं बल्कि बेटी बचाओ, बलात्‍कारियों को नेता बनाओ।’ अतीक वारसी ने लिखा, ‘हमें गर्व है कि उन्‍नाव और कठुआ पर आपने आवाज उठाई। हमें धर्म से ऊपर उठ कर एकसाथ खड़े होने की जरूरत है।’

 

उन्‍नाव दुष्‍कर्म कांड में बीजेपी का विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर सीधा आरोप लगाया है। पीड़ि‍ता के पिता की जेल में इस अमानवीयता से पीटा गया कि उनकी मौत हो गई। इस मामले में भी सेंगर पर आरोप लगाया गया है। योगी आदित्‍यनाथ सरकार और पुलिस पर समय रहते कार्रवाई न करने का भी आरोप लगाया गया है। हर तरफ से दबाव बढ़ने के बाद उत्‍तर प्रदेश सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया। बता दें कि इस मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने स्‍वत: संज्ञान लेते हुए सुनवाई कर दी। वहीं, सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका भी स्‍वीकार कर ली गई है। दूसरी तरफ, जम्‍मू के कठुआ में एक आठ साल की बच्‍ची के साथ न केवल सामूहिक दुष्‍कर्म किया गया, बल्कि पत्‍थर पर सिर पटक कर हत्‍या भी कर दी थी। जम्‍मू-कश्‍मीर पुलिस इस जघन्‍य मामले में जब चार्जशीट दाखिल करने जा रही थी तो वकीलों ने उनका रास्‍ता रोक लिया था। आरोपियों के समर्थन में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। हिंदू संगठनों ने भी इस मामले के आरोपियों का समर्थन किया है।