देश दुनिया में लगातार एक्सपेरिमेंट होते रहते हैं। नई खोज और तकनीक से जिन्दगी को और सरल बनाने की कोशिश होती रहती है लेकिन अगर एक मां-बाप अपने कुछ महीने के बच्चे के साथ जानलेवा एक्सपेरिमेंट करने लगे तो आप शायद इसे बेवकूफी ही कहेंगे। आज हम एक ऐसे ही कपल के बारे में बात कर रहे हैं जिसने एक एक्सपेरिमेंट के चलते अपने नवजात बच्चे की जान ली।

एक्सपेरिमेंट के चलते बच्चे की मौत

खबरों की मानें तो माता-पिता मानते थे कि सूर्य का प्रकाश भी एक तरह का भोजन है। इसी के चलते ये कपल नवजात शिशु को कुछ खाने के लिए नहीं देते थे, वो बस सूर्य की रौशनी में बच्चे को रखते थे। लंबे समय तक कुछ ना खाने-पीने की वजह से भुखमरी के कारण बच्चे की मौत हो गई और माता-पिता दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

माँ-बाप को पुलिस ने किया गिरफ्तार

ये पूरा मामला रूस का है, माता ऑक्साना मिरोनोवा (33) और 43 वर्षीय पिता ब्लॉगर डैड मैक्सिम ल्युटी को पुलिस ने अपने ही बच्चे की हत्या के कारण गिरफ्तार किया गया है। ऑक्साना मिरोनोवा को कोर्ट ने तीन महीने के लिए हाउस अरेस्ट किया गया है जबकि न्यूट्रीशन ब्लॉगर डैड मैक्सिम ल्युटी को पुलिस ने बच्चे की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।

Zvezda News के अनुसार, बच्चे को खाने से दूर रखकर और सिर्फ सूरज की रौशनी दिखाकर माता-पिता ने उसे जिंदा रखने की कोशिश की। बच्चे को लगभग एक महीने तक ऐसे ही रखा गया। जांच में पता चला है कि बच्चा निमोनिया से पीड़ित हो गया और भुखमरी के कारण बच्चे की मौत हो गई। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया था, जहां से मौत की वजह सामने आई।

बता दें कि ल्युटी और उसकी पत्नी मिरोनोवा एक क्लब चलाते थे, जिसका नाम द लिविंग मैन है। मैक्सिम ल्युटी खुद को न्यूट्रीशन ब्लॉगर बताता था और उसने अपने ही बच्चे पर बिना कुछ खाए-पीए सिर्फ सूरज की रौशनी पर जिंदा रखने का एक्सपेरीमेंट किया, जिसमें बच्चे की मौत हो गई है। इस खबर सुनकर हर कोई हैरानी प्रकट कर रहा है।