COVID19: कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है। इस संक्रमण से दुनियाभर में डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं करीब इसके दस गुना लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। विश्व के तमाम देश कोरोना से फैली महामारी के लिए चीन के ऊपर आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं। जर्मनी के एक अखबरार ने तो चीन को आर्थिक नुकसान के लिए जिम्मेदार बताते हुए 10 लाख करोड़ डॉलर का बिल भेज दिया है। वहीं दूसरे देशों ने भी चीन पर निशाना साधना शुरू कर दिया है।

एनडीटीवी के एंकर रवीश कुमार ने इसी मुद्दे पर अपने शो प्राइम टाइम में कहा- कोरोना संक्रमण के कारण दुनिया भर में 1 लाख 60 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इनमें से 1 लाख मौतें यूरोप के देशों में हुई हैं। यही कारण है कि कई यूरोपीय देश अब बोलने लगे हैं कि संक्रमण के फैलाने में चीन की लापरवाही से लेकर भूमिका तक की अंतर्राष्ट्रीय जांच होनी चाहिए। चीन की भूमिका वाली थ्योरी को चलाने के लिए कई संगठन दिन रात लगे हुए हैं। जर्मनी की चांसलर ने अपनी तरफ से चीन को लेकर कुछ नहीं कहा है मगर वहां के एक अखबार की चर्जा दुनिया भर में हो रही है। इस अखबार ने अपनी तरफ से चीन को दस लाख करोड़ डॉलर का बिल भेज दिया है।

रवीश कुमार ने आगे कहा कि, ‘आप जानते हैं ऐसी खबरों की क्या कीमत होती है। इन दिनों खबरें कम होती हैं। सनसनीखेज़ बनाने के लिए भी कभी जमात जैसी खबरें मिल जाती हैं तो कभी चीन मिल जाता है। आप बस देखते रहिए कुछ दिन में ये भी कहा जाएगा कि आपका पड़ोसी मुल्क इस वायरस के लिए जिम्मेदार है।’

रवीश कुमार ने कहा कि, ‘दुनिया भर के कई देशों को कोरोना के खतरे का आभास हो गया था। उसके बाद भी समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए। सरकारों को पता है कि लोग कल को ये ना पूछने लगे कि समस्या का पता होने के बाद भी आधा मार्च बीत जाने तक ठोस कदम क्यों नहीं उठाए गए। अपनी इन्हीं सब जवाबदेही से बचने के लिए कोई चीन तो कोई जमातियों पर ठीकरा फोड़ने में लगा हुआ है।’

रवीश कुमार के प्रोग्राम का ये वीडियो वायरल हो रहा है। कुछ लोग रवीश कुमार को चीन का पक्षधर बताते हुए ट्रोल भी कर रहे हैं। वहीं बहुत से ऐसे लोग हैं जो रवीश कुमार की दलीलों के साथ खड़े दिख रहे हैं।