डॉलर के मुकाबले रूपये की कीमत लगातार गिरती जा रही है। रूपये में हो रही गिरावट पर विपक्ष मोदी सरकार पर हमले कर रहा है। 28 सितंबर को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 32 पैसे गिरकर अब तक के सबसे निचले स्तर 81.93 रुपए तक पहुंच गया। रूपये में हो रही लगातार रिकॉर्ड गिरावट के बीच विपक्ष के नेताओं ने पीएम मोदी पर तंज कसा है।
कांग्रेस नेता ने कसा पीएम मोदी पर तंज
रूपये की कीमत में हो रही गिरावट पर कांग्रेस के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने ट्वीट कर लिखा है कि क्या रुपए का नाम नरेंद्र मोदी रखा जा सकता है? पवन खेड़ा ने यह ट्वीट पीएम मोदी के उस बयान पर किया है जिसमें उन्होंने नामीबिया से लाए गए चीतों के नामकरण को लेकर सुझाव मांगा था। बता दें कि सरकार ने चीतों के नामकरण के लिए एक प्रतियोगिता की शुरुआत की है, जिसके लिए लोगों से सुझाव मांगे गए हैं।
अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं
रूपये में हुई गिरावट पर कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने लिखा कि देखना है कि सबसे नीचे कौन गिरेगा- रुपया, पीएम की उज्जत, या मध्य वर्ग। अभी तो गिरने में पीएम की इज्जत सबसे आगे है, रुपया इतिहास के न्यूनतम स्तर पर गिर गया है- 1 डॉलर 81.93 रुपए पर है अब। कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने लिखा कि डॉलर 82 रुपये से मात्र 7 पैसे दूर! प्रधान मंत्री की गरिमा मोदी जी ? आप नेता संजय सिंह ने लिखा कि जब से भारत में “चीता” आया है, रुपया ‘चीते’ की तरह भाग रहा है। डालर 82 रु का हो गया है। अब हम लोग रुपये को “चीता” बोलेंगे।
निगार प्रवीण ने रूपये में हुई गिरावट पर ट्वीट किया, “रुपया गिरा…अब 1 डॉलर 82 के करीब पह़ुंचा, रुपया ऐसे नहीं गिरता है मित्रों, ये वाला डायलॉग किस-किस को याद है?” पुनीत कुमार सिंह ने लिखा कि हम विश्व गुरु बनने के करीब है, रुपया 82 पार होने वाला है। आप विधायक शिव चरण गोयल ने लिखा कि रुपया गिर रहा है, सेंसेक्स गिर रहा है। देश की एकता, भाईचारा गिर रहा है। गिरी हुई सरकार में सब कुछ गिर रहा है।
बता दें कि डॉलर के मुकाबले रूपये में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। पिछले हफ्ते बुधवार को US Fed ने ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की थी, कहा जा रहा है कि इसी का असर डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत की गिरावट के तौर पर देखने को मिल रहा है। रूपये में हो रही गिरावट का असर महंगाई पर पड़ सकता है। इसके साथ ही इलेक्ट्रिक सामान और मशीनरी के साथ मोबाइल-लैपटॉप समेत अन्य सामान जो आयात किये जाते हैं उनके दामों में इजाफा हो सकता है।