उत्तर प्रदेश में योगी सरकार कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने का दावा करती है। सीएम योगी अपराधियों और माफियाओं को सीधे चेतावनी देते हैं कि अगर अपराध करना है तो यूपी छोड़ दें या यूपी में रहना है तो अपराध छोड़ दें! इसी बीच सीएम योगी ने एक ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश में अभाव और अराजकता के लिए कोई स्थान नहीं है। इसके जवाब में अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए सवाल पूछा है।

अखिलेश यादव ने किया ट्वीट

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि कोई कह रहा है “उप्र में अभाव और अराजकता के लिए कोई स्थान नहीं है”, जनता पूछ रही है फिर आप यहां क्या कर रहे हैं? सच ये है कि भाजपा ने ‘अभाव’ के साथ-साथ हर चीज के ‘भाव’ बढ़ा दिए हैं और वो ख़ुद संविधान विरोधी काम करके ‘अराजकता’ की प्रतीक बन गयी है। जनता के लिए भाजपा भार बन गयी है।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

एक यूजर ने अखिलेश यादव के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा कि कोई कह रहा था कि आप की पार्टी जमीनी स्तर पर मेहनत करने वाले नेताओं की जगह चाचा जी को ही हर बार राज्यसभा क्यों भेज देती है? सपा नेता शिव प्रताप यादव ने लिखा कि भाजपा सरकार ने देश को बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। @rkstva यूजर ने लिखा कि बीजेपी जनता के लिए नहीं, सपा के लिए भार बन गई हैं शायद, आप ऐसे डूब रहे हैं कि किनारा नहीं मिल रहा। ये आपके कर्मों का ही परिणाम है।

@RakeshC39678917 यूजर ने लिखा कि सिर्फ ट्विटर पर ट्वीट करने से ना तो प्रदेश का और ना ही आपकी पार्टी का भला होने वाला है। जनता के अधिकारों के लिए सड़क से संसद तक संघर्ष करिए। @agarwalssaai यूजर ने लिखा कि अखिलेश यादव जी कोई और नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ जी कह रहे हैं कि प्रदेश में अराजकता का कोई स्थान नहीं है। तभी तो अराजक सपाइयों का ठीक ढंग से इलाज किया जा रहा है।

वहीं विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले 19 सितंबर को सीएम योगी ने अखिलेश पर हमला बोलते हुए कहा है कि समाजवादी पार्टी से नियमों के पालन का उम्मीद करना भी महज एक कल्पना है। अखिलेश यादव के पैदल मार्च पर सीएम योगी ने कहा कि किसी भी दल और व्यक्ति को लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखने में कोई बुराई नहीं है। अगर उन्होंने नियम के अनुसार मार्च के अनुमति मांगी होगी तो प्रशासन ने उनको उपलब्ध कराया होगा लेकिन समाजवादी पार्टी के लोग किसी नियम को मानें यह सिर्फ कल्पना है।