राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए अन्ना हजारे और अग्निपथ योजना को लेकर सरकार पर तंज कसा है। संसद की कार्यवाही को लेकर भी अशोक गहलोत ने सरकार पर हमला बोला है। अशोक गहलोत ने कहा कि आजकल बहस होती नहीं, किसी को बोलने नहीं दिया जा रहा।
“अन्ना हजारे ने आतंक मचा रखा था”
राजस्थान सीएम ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि यूपीए सरकार के बदनाम किया गया। अन्ना हजारे खुद गायब हो गए,उन्होंने आतंक मचा रखा था वो अब पता नहीं कहां चले गए। उन्होंने कहा कि लोकपाल की बात हो रही थी, कहां गया लोकपाल? कोलगेट, टू जी सब मुद्दे कहां गए किसी को पता नहीं लगा।
‘अग्निपथ इस साल का सबसे बड़ा मजाक है’
अग्निपथ योजना पर बोलते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि अग्निपथ इस साल का सबसे बड़ा मजाक होगा। चार साल की नौकरी के बाद युवाओं को घर बैठा दिया जायेगा। जवान के को 24 साल में ही रिटायर कर दिया जाएगा। ऊपर से नौजवानों को अलग धमकी दी जा रही है कि अगर विरोध प्रदर्शन किया, पुलिस हुआ तो अग्निवीर में नौकरी नहीं देंगे।
‘पीएम मोदी से शांति की अपील करने के लिए कहा लेकिन..’
उदयपुर की घटना को लेकर उन्होंने कहा कि देश में दंगे भड़क सकते थे लेकिन हमने स्थिति को कंट्रोल किया। कोरोना में थाली और ताली बजने की अपील जब पीएम ने की तो सभी ने माना, उदयपुर की घटना के बाद हमने पीएम मोदी से शांति की अपील करने के लिए कहा लेकिन उन्होंने सुना ही नहीं। लोगों को धर्म के नाम भटकाया जा रहा है। लोगों की भूख भोजन/ अनाज से मिटेगी, एक ना एक दिन असल मुद्दे पर लौटना ही होगा। सीएम ने पीएम मोदी पर एक धर्म को लेकर राजनीति करने का आरोप भी लगाया है।
अशोक गहलोत ने कहा कि ईडी ने आतंक मचा रखा है। सुप्रीम कोर्ट ने भी ईडी की पावर पर मुहर लगा दी है। FIR की कॉपी तक नहीं दी जाती है। सीएम ने कहा कि ईडी को पुलिस से ज्यादा पावर दे दिया गया है। पीएम पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि मनरेगा फेल है लेकिन इसी मनरेगा के जरिये कोरोना काल में लोगों को नौकरियां दी गईं!