केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर राजस्थान के मंत्री रामलाल जाट का विवादित बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि अग्निवीर सिस्टम हमें ‘ट्रेंड टेररिस्ट’ के युग में ले जाएगा। केंद्र की मोदी सरकार को युवाओं के भविष्य को लेकर सोचना चाहिए।
अशोक गहलोत के मंत्री रामलाल जाट ने आगे कहा कि जब एक साल विधायक और सांसद रहने पर पेंशन मिल सकती है तो अग्निवीर को क्यों नहीं। जबकि अग्निपथ योजना में तीन से चार साल नौकरी करने के बाद युवा बेरोजगार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश का युवा समझेगा। हम विपक्ष में होने के नाते अग्निपथ योजना का हर स्तर पर विरोध करेंगे।
बता दें, केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में देश के कई राज्यों में धरना-प्रदर्शन और आगजनी की घटनाएं सामने आईं थीं। यूपी, बिहार, राजस्थान, तेलंगाना और हरियाणा में भारी बवाल देखने को मिला था। बिहार में कई ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया था। उपद्रवियों ने रेलवे स्टेशनों पर काफी तोड़फोड़ की थी। साथ ही जमकर पथराव किया था। वहीं यूपी के कई शहरों में आगजनी और पथराव की घटनाएं सामने आईं थी। कई ऐसी भी तस्वीरें देखने में आईं थी, जिसको देखकर आम आदमी विचलित हो जाए। उनमें एक आगरा हाइवे से वीडियो सामने आया था। जिसमें उपद्रवी पथराव कर रहे थे और एक शख्स अपने मासूम बेटे को गोद में लेकर भागते हुए नजर आया था।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद बीजेपी ने कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों पर युवाओं को गुमराह करने का आरोप लगाया था। बीजेपी नेताओं का कहना था कि अग्निपथ योजना देश और युवाओं के हित में है, लेकिन कांग्रेस के नेता युवाओं को गुमराह कर रहे हैं।
क्या है अग्निपथ योजना–
भारतीय सेना में पहली बार ऐसी स्कीम लॉन्च की गई है, जिसमें शॉर्ट टर्म के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी। इस योजना के तहत हर साल करीब 40-45 हजार युवाओं को सेना में शामिल किया जाएगा। ये युवा साढ़े 17 साल से 21 साल की उम्र के बीच के होंगे। ये भर्तियां मेरिट-मेडिकल और टेस्ट के आधार पर की जाएंगी। चार साल में सैनिकों को 6 महीने की बेसिक मिलिट्री ट्रेनिंग दी जाएगी। सेवा समाप्त होने वाले 25 फीसदी अग्निवीरों को स्थाई काडर में भर्ती किया जाएगा।