एक खबर पिछले तीन-चार दिनों से सोशल मीडिया और न्यूज़ वेबसाइट्स पर वायरल हो रही है। इस खबर में दावा किया जा रहा है कि 1 सितंबर 2017 से भारत में पेट्रोल की कीमत 26 रु. प्रति लीटर हो जाएगी। फिलहाल देश में 1 लीटर पेट्रोल की कीमत औसतन 70 रुपए के करीब है। इस वायरल खबर में ये भी कहा जा रहा है कि पेट्रोल की कीमत में आने वाली इतनी भारी कमी के पीछे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप के साथ दोस्ती का बड़ा हाथ है। इस खबर को फेसबुक ट्विटर से लेकर यूट्यूब तक पर वायरल किया जा रहा है, लेकिन इस वायरल खबर का सच कुछ और ही है। दरअसल इस वायरल खबर में बताया जा रहा है कि अमेरिका भारत को कच्चा तेल निर्यात कर रहा है। तेल की ये खेप 1 सितंबर से पहले भारत पहुंच जाएगी। इस खबर में दावा किया जा रहा है कि तेल की खेप भारत पहुंचते ही कीमतों में कमी आ जाएगी और पेट्रोल 26 रुपए प्रति लीटर हो जाए।
आपको बता दें कि दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल आयातक भारत ने अमेरिका से तेल इम्पोर्ट करने के लिए समझौता तो किया है लेकिन टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक तेल की यह पहली खेप सितंबर में नहीं अक्टूबर में भारत पहुंचने की उम्मीद है। मतलब कि वायरल खबर का पहला दावा गलत साबित होता है कि 1 सितंबर से पेट्रोल के दाम घट जाएंगे।
26 Rs liter Petrol – 1st September Sey – Mulla Petro Dollar Desh – India Duboney ka
— sohail siddiqui (@sohafari) August 20, 2017
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के निदेशक (वित्त) ए. के. शर्मा के अनुसार परिवहन लागत को भी जोड़ा जाए तो अमेरिकी कच्चे तेल की खरीद हमारे लिए थोड़ी किफायती हो सकती है। शर्मा ने कहा कि अगर बाजार की स्थिति ऐसी खरीद के लिए अनुकूल रही तो कंपनी अमेरिका से और कच्चा तेल खरीदेगी। अपने इस बयान में ए.कें शर्मा ने कहीं नहीं कहा है कि पेट्रोल की कीमतों में भारी गिरावट आएगी। सिर्फ IOC ही नहीं किसी भी सरकारी विभाग या फिर सरकार की तरफ से इस तरह की बात नहीं कही गई है कि पेट्रोल 26 रु. लीटर हो जाएगा। इसका मतलब ये हुआ कि सोशल मीडिया पर वायरल ये खबर पूरी तरह से फर्जी है।