सोशल मीडिया पर एक स्कूल का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो उत्तर प्रदेश के हाथरस का बताया जा रहा है। इस वीडियो में एक व्यक्ति माइक लेकर बच्चों से 15-15 रुपये लाने की बात कह रहा है। बताया जा रहा है कि व्यक्ति स्कूल का प्रधानाध्यापक है। इस वीडियो को लेकर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने सरकार पर तंज कसा है।
वायरल वीडियो में बच्चों से क्या बोले शिक्षक?
वीडियो में प्रधानाध्यापक कह रहे हैं कि अमृत महोत्सव मनाने के लिए शासन और सीएम योगी जी का आदेश है कि 15-15 रूपये लेकर आना है। प्लास्टिक का झंडा नहीं लगना है। आप लोग कहीं से भी कपड़े का झंडा खरीद सकते हैं। इसके साथ ही वह आगे कहते हैं कि अगर किसी के मां-बाप पैसा देने से मना कर रहे हैं तो इसके लिए उनसे लड़ाई लड़ने की जरूरत नहीं है।
समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव ने कसा तंज
इस वीडियो को समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल से शेयर कर लिखा गया है कि ‘भाजपा सरकार में तिरंगे के नाम पर वसूली! हाथरस के सरकारी स्कूल में अध्यापक बच्चों से राष्ट्रीय ध्वज के लिए वसूल रहे पैसे। शर्मनाक! आज़ादी के अमृत महोत्सव को बना दिया गरीबों के शोषण का माध्यम। “हर घर तिरंगा” अभियान के नाम पर बंद हो स्कूली बच्चों से वसूली का खेल।’ जबकि अखिलेश यादव ने लिखा कि ‘एक राष्ट्रप्रेम ऐसा भी!’
आजाद आलम नाम के यूजर ने लिखा कि ‘स्कूल के अंदर फर्श टूटा हुआ है, वीडियो में दिख रहा है। यह बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं और इन्हें सरकारी सुविधाएं देने की बजाय राष्ट्रीय ध्वज पर ₹15 मांग कर भाजपा ने यह बात तो तय कर दी है कि देशभक्ति से भी रुपए कमाना है भाजपा को l शर्म आनी चाहिए उत्तर प्रदेश की सरकार को।’ ज्योति कुमारी नाम की यूजर ने लिखा कि ‘योगी सरकार की पैसे वाली देश भक्ति देखो और लोगों को भी दिखाओ.. छोटे बच्चों से कैसे मुहिम के नाम पर पैसे की वसूली हो रही है।’
अखिलेश यादव ने शेयर किया वीडियो
सुशील यादव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘राष्ट्रध्वज की आड़ में भी भाजपा ने जनता से धन उगाही का जरिया तलाश लिया हैI सरकारी अधिकारी भी राष्ट्रध्वज के नाम पर चंदा मांग रहे हैंl’ गणेश चौहान नाम के यूजर ने अखिलेश यादव को जवाब देते हुए लिखा कि ‘आप विपक्ष में है इतना सहयोग आपको भी कर ही देना चाहिए.। वीडियो बनाकर पोस्ट करने से अच्छा होता सहयोग करते तो शायद अगले चुनाव में कुछ सहयोग जनता भी कर देती।’
शिक्षक के खिलाफ जांच के आदेश
बता दें कि खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) ने शिक्षक के खिलाफ कारण बताओ नोटिस दिया है। नोटिस जारी कर कहा गया है कि बैठक में कहा गया था कि बच्चे के माध्यम से उनके परिजनों को आजादी के अमृत महोत्सव में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें। आपके द्वारा छात्र-छात्राओं को झंडे को उपलब्ध कराने की एवज में 15-15 रुपये लाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है, जो कि शासनादेश एवं विभागीय निर्देशों के पूर्णत: विपरीत है। जिस वेशभूषा में शिक्षक बच्चों को संबोधित कर रहे हैं यह वेशभूषा शिक्षक की गरिमा के अनुकूल नहीं है।