देशभर में इस वक्त बारिश और बाढ़ से हालात बहुत बुरे हैं। पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बाढ़ और बारिश ने आम जन जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। बाढ़ की वजह से हालात छत्तीसगढ़ में भी खराब हुए हैं। दंतेवाड़ा और बस्तर में कुछ दिन पहले बाढ़ की वजह से भारी तबाही हुई थी। दोनों जिले की सीमा पर बसे रेखा गांव में बाढ़ की वजह से एक पुल टूट गया था जिस पर अभी तक निर्माण कार्य शुरू तक नहीं हुआ है। इस पुल के टूटने की वजह से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गांव को जोड़ने वाला पुल बाढ़ में बहा
दंतेवाड़ा और बस्तर जिले की सीमा पर बाढ़ से मची तबाही का मंजर अभी भी देखा जा सकता है। यहां आई प्रलय के बाद हालात अभी भी सामान्य नहीं हो पाए हैं। रेखा गांव को जोड़ने वाला पुल इस बाढ़ में बह गया, लेकिन इसके बाद भी इस गांव की बच्चियों ने स्कूल जाना नहीं छोड़ा है। रेखा गांव में अधिकतर आबादी आदिवासी समुदाय के लोगों की है जिन्हें आजकल गांव से बाहर आने-जाने में बहुत दिक्कत हो रही है।
रस्सी के सहारे पुल पार करने का वीडियो वायरल
खासकर गांव की बच्चियों को स्कूल आने-जाने में उस पुल की जगह बंधी रस्सियों का सहारा लेना पड़ रहा है। छात्राओं के इस तरह से स्कूल जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि यह बच्चियां किस तरह रिस्क लेकर स्कूल जाने के लिए मजबूर हैं। प्रशासन की ओर से यहां पुल की मरम्मत या फिर दोबारा पुल निर्माण के काम को लेकर कोई पहल नहीं की गई है।
जरा सी लापरवाही ले सकती है जान
वीडियो में देखा जा सकता है कि यह बच्चियां कितना बड़ा रिस्क लेकर स्कूल जाने के लिए मजबूर हैं। रस्सी के सहारे नदी पार करने का जोखिम इनके लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है। किसी भी बच्ची का जरा सा भी पैर अगर फिसला तो बड़ी अनहोनी हो सकती है। यह वीडियो जरूर स्थानीय प्रशासन तक भी पहुंच चुका है, लेकिन तब भी पुल के निर्माण के लिए कोई शुरुआत तक नहीं हुई है।
यहां देखें वीडियो