कांग्रेस को आखिरकार नया अध्यक्ष मिल ही गया। अध्यक्ष पद के चुनाव में सीनियर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को जीत मिली है। उन्हें तमाम नेताओं की तरफ से बधाईयाँ मिल रही हैं। इसी मुद्दे पर आज तक चैनल पर चर्चा करने के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने इसका श्रेय भी प्रधानमंत्री मोदी के पिछले आठ साल के कार्यकाल को दे दिया। इस पर सुप्रिया श्रीनेत ने हंसते हुए जावाब दिया है।
मल्लिकार्जुन खड़गे बने अध्यक्ष तो बीजेपी प्रवक्ता ने कसा तंज
डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच चल रही नूराकुश्ती समाप्त हो गई है। यह कांग्रेस का अंदरूनी मामला है। इससे पहले भी इन्होंने एक प्रयोग किया था कि रिमोट से सरकार चलाई थी, अब रिमोट से संगठन चलेगा। 21 सदी का सूरज निकलने के बाद विवश होकर गांधी परिवार को अध्यक्ष पद से हटना पड़ा। पहले सरकार से पकड़ गई, खानदानी जागीर अमेठी गई और अब पार्टी से भी प्रत्यक्ष रूप से परोक्ष रूप से साथ रहना पड़ रहा है।
सुधांशु त्रिवेदी की बात सुनकर हंसी पड़ीं सुप्रिया श्रीनेत
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह एक स्वभाविक सहज परिवर्तन है जो पिछले साथ-आठ वर्षों में, मोदी जी के आने के बाद दिखाई पड़ रहा है। यह उसी प्रक्रिया का एक चरण है। सुधांशु त्रिवेदी की बातों को सुनकर सुर्पिया श्रीनेत हंसी पड़ी। उन्होंने कहा कि आज सुधांशु जी ने डिसाइड किया है कि लोगों का एंटरटेनमेंट करने वाले हैं। मतलब हमारे अध्यक्ष के चुनाव के लिए श्रेय मोदी जी को दिया जायेगा। गजब बात है। कांग्रेस ने चुनाव कराया अध्यक्ष पद के लिए, जो भाजपा ने कभी नहीं कराया। इसका श्रेय ही ये मोदी जी को देना चाहते हैं। मतलब गजब बात है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भारत में जब लोकतंत्र की बात करते हैं तो सिर्फ बाहर की ही नहीं बल्कि पार्टी के आंतरिक लोकतंत्र को भी मजबूत करते हैं। यह भी एक सच है कि मिल में मजदूरी कर रहे एक व्यक्ति का लड़का, शोषित वंचित समाजत का लड़का आज भरतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष बना है। मैं बीजेपी से पूछना चाहती हूं कि कभी ये भी अध्यक्ष पद का चुनाव करें और मिठाई खाएं। कांग्रेस ने कोई रवायत नहीं बदली है, हमारी चुनाव की परंपरा रही है।
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मल्लिकार्जुन खड़गे ने जीत हासिल की है। खड़गे को 7897 वोट मिले। चुनाव के लिए बुधवार (19 अक्टूबर 2022) को मतगणना हुई। इस चुनाव प्रक्रिया के पूरा होने पर 24 साल बाद गांधी परिवार के बाहर का कोई नेता पार्टी का अध्यक्ष चुना गया। मतगणना बुधवार सुबह 10 बजे दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में शुरू हुई थी।
