सुब्रमण्यम स्वामी परेशान हैं क्योंकि लोग उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं। वो इतने आजिज आ आए कि अपने ट्वीट में ट्रोलर्स को फटकार लगाते हुए कहा कि पब्लिक फिगर होने का मतलब ये नहीं कि कोई भी भौंकने लगे। फिर वो बोले कि उसे पूछा जाता है कि वो एबी और जीबी के खिलाफ शिकायत दर्ज क्यों नहीं कराते। उनका कहना था कि वो इंसानों के खिलाफ केस दर्ज कराते हैं, पालतू कुत्ते और बिल्लियों के खिलाफ नहीं।
स्वामी ने अपने ट्वीट में ये भी कहा कि सार्वजनिक जीवन में झूठ की जगह नहीं होती। जब तक कि आप पालतू कुत्ता या बिल्ली ना हो। उस समय आपको पता नहीं होता कि आप किस पर भौंक रहे हैं या फिर किसके खिलाफ मिमिया रहे हैं। उन्होंने इससे भी आगे बढ़कर तंज कसा कि कुछ पालतू ऐसे भी होते हैं जो खाने के लिए आपके आगे पूंछ हिलाने से भी नहीं पीछे हटते।
हालांकि, सोशल मीडिया पर स्वामी को तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। पीयूष ने लिखा- मेरा कुत्ता बगैर कारण के किसी पर नहीं भौंकता। अजय अग्रवाल ने लिखा- मि. मोदी को उनके अच्छे कामों के लिए सराहने वाले लाखों, करोड़ों लोग हैं। लेकिन उन्हें इसके लिए कोई पैसा नहीं मिलता। ऐसे लोगों को पालतू जानकर की संज्ञा नहीं दी जा सकती। उन्होंने स्वामी को नसीहत देते हुए कहा कि आपसे ऐसे बर्ताव की उम्मीद नहीं थी।
I was asked why I don't file cases against ABs and GBs. I file cases against human beings and not against pet dogs and cats.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 12, 2021
Public figures are not dart boards. Lies cannot be tolerated in a public discourse unless you are a pet dog or cat and do not know who you are barking at or meowing. Of course those dogs and cats which are given morsels of food will wag their tails or purr.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 12, 2021
https://twitter.com/ahm160858/status/1469911936376713217?s=20
Not just in the past but even now. Though
in pursuit of new home with different master now- could be Mamata di or Deve Gowda ji or whoever is willing to throw the morsel (RS seat), tail will start wagging there!!
Refusal of earlier masters to feed means louder bark against!— Advitiya Bharat (@AdvitiyaBharat) December 12, 2021
अहमद ने लिखा- आपको याद है कि कैसे आप लोगों ने 2014 में लोगों को मूर्ख बनाया। केस दाखिल करना है तो पहले अपने खिलाफ क्यों नहीं करते। आपको इसके लिए लोगों से माफी भी मांगनी चाहिए। सुगंधा भारद्वाज ने लिखा- अरे नहीं, ये शायद सबकुछ भूल चुके हैं। उस समय इनका एबी और जीबी कोई और ही था।
एक यूजर ने तंज कसते हुए कहा कि ये कहावत आपके ऊपर जयादा फिट बैठती है, क्योंकि आपने ही राज्यसभा सीट के लिए पूंछ हिलाई थी। एक और ने लिखा- पहले भी और आज भी आप पूंछ ही हिला रहे हैं। अब आपको नया मालिक और नया घर चाहिए। ये ममता दी के साथ देवगौड़ा भी हो सकते हैं। जो भी आपकी तरफ खाना फेंकेगा वहां पूंछ हिलने लग जाएगी।