झारखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे के बेटे ने एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री हासिल की है। खुद सांसद ने ट्वीट कर इस खुशी को लोगों के साथ साझा की है। बेटे को मिली इस सफलता के लिए अधिकतर लोग निशिकांत दुबे के परिवार को बधाई दे रहे हैं, हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो भाजपा सांसद से सवाल पूछ रहे हैं और कटाक्ष भी कर रहे हैं।

भाजपा सांसद ने खुद ट्वीट कर दी जानकारी

सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर बताया है कि उनके बेटे कनिष्क ने एडिनबर्ग विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री हासिल की है और स्नातक होने के साथ ही लंदन में बैंक के नौकरी की शुरुआत कर दी। इस पर तमाम लोगों ने शुभकामनाएं दी लेकिन कुछ लोग ऐसे भी जो सांसद पर कटाक्ष कर रहे हैं।

लोग कर रहे ऐसी टिप्पणियां

संजय शर्मा ने लिखा, ‘बधाई और शुभकामनाएं, लेकिन आप भारत के बच्चों को हिंदू मुसलमान का ज्ञान देते है। यहां के बच्चों को दूसरे समुदाय के धार्मिक स्थल पर झंडा फहराने का ज्ञान देते हैं। अब तो सोचिये कि इन बच्चों को भी आपके बेटे की तरह मौका मिले। इनको क्यों नफरत की भट्टी में झोंकते रहते हैं आप?’ एक अन्य ने लि, ‘अब भैया उनको बुलाकर कांवड़ लाने भी भेज दीजिये।’

@Sidhuu_053 नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘भाजपा वाले देशभक्ति की बात तो बहुत करते हैं लेकिन अपने बेटों को विदेश पढ़ने भेजते हैं।’ एक अन्य ने लिखा, ‘सोचिए ये अपने बेटे को अंग्रेजों के यहां पढ़ने भेजते हैं, देश के बेटों को सड़कों पर भगवा झंडा लेकर दौड़ाते हैं।’ दिलीप मंडल ने बधाई देते हुए लिखा, ‘सभी मां-बाप को सीखना चाहिए। बच्चों की शिक्षा पर निवेश करें। उन्हें फ़ालतू के राजनीतिक पचड़ों, हिंसा, आंदोलन और सोशल मीडिया से बचाएँ। नेताओं के बयानों से नहीं, उनके जीवन से शिक्षा लें।’

बता दें कि निशिकांत दुबे और उनके बेटे कनिष्क को बधाई देते हुए सोशल मीडिया पर कई लोगों ने तंज कसा है और सवाल भी पूछा है। कुछ लोगों का कहना है कि क्या देश में कनिष्क की पढ़ाई नहीं हो सकती थी? जब भाजपा के नेता आत्मनिर्भर भारत का नारा देते हैं तो विदेश में पढ़ाई क्यों? कुछ ट्विटर यूजर का कहना है कि सांसद जी को देश के युवाओं की शिक्षा के बारे में भी सोचना चाहिए। शिक्षा व्यवस्था इतनी अच्छी करनी चाहिए कि विदेश में जाकर पढ़ने की जरूरत ही ना पड़े।