बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी को उनके एक ट्वीट की वजह से सोशल मीडिया पर यूजर्स ने काफी ट्रोल किया। स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि वह राम मंदिर के बाद सीता मंदिर बनवाएंगे तब सोशल मीडिया यूजर्स के एक धड़े ने उन पर तंज कसना शुरू कर दिया। बीजेपी नेता ने लिखा, ‘अयोध्या में राम मंदिर बनवाने के बाद मैं सीतामढ़ी में सीता मंदिर बनाने के लिए प्रयास करूंगा।’ उनके इसी ट्वीट पर लोगों ने उनका मजाक बनाना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने कहा कि उसके बाद स्वामी को मोदी नगर में मोदी मंदिर बनवाना चाहिए। वहीं कुछ लोगों ने राम मंदिर निर्माण में हो रही देरी के मुद्दे पर ही स्वामी को घेरना शुरू कर दिया। लोगों ने उनके पुराने ट्वीट्स दिखाते हुए उनका मजाक बनाया। स्वामी ने रुपए और डॉलर की बराबरी को लेकर साल 2012 में एक ट्वीट किया था, उसे लेकर भी लोगों ने उनका मजाक बनाया।
After Ram Temple in Ayodhya I will take steps to build a Sita Temple in Sitamarhi, Bihar
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 20, 2017
After that Modi Temple in Modi Nagar ..
— Shash (@pokershash) December 20, 2017
Burnol for those who take our Swamy Ji seriously
https://t.co/5twN0tsqJT— Sam Sanyal (@IamSamSanyal) December 20, 2017
2015 : Mandir 2016 mein banayenge
2016 : Mandir 2017 mein banayenge
2017 : Mandir 2018 mein banayenge
2018 : Mandir 2019 mein………
2019 : Mandir 2020………….
2020 : Mandir……
2021 : Man…..
2022 : Loading…….
pic.twitter.com/mvO3wqbKGI— Sam Sanyal (@IamSamSanyal) December 20, 2017
accha ek baat bata Feku-Bhakt
2017 agaya hai kya??
https://t.co/Z8qfI0Er73— Sam Sanyal (@IamSamSanyal) December 20, 2017
बता दें कि बीजेपी पिछले कई सालों से यह कहती आ रही है कि अयोध्या में जल्द ही राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा, हर साल पार्टी की ओर से कहा जाता है कि इस साल मंदिर बनेगा, लेकिन यह मामला कई सालों से कोर्ट में अटका हुआ है। इस वजह से जब स्वामी ने सीता मंदिर निर्माण करने की बात कही तो लोगों ने उन्हें ही ट्रोल कर दिया।
Janaki mandir already exist !! pic.twitter.com/wlx1HP6pvE
— Girish Nair (@NairGN) December 20, 2017
Sir first let the construction of Ram Temple start then show new dreams
— ScarFace Swamy (@RAC7R) December 20, 2017
सुप्रीम कोर्ट में इस वक्त राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले पर सुनवाई की जा रही है। 5 दिसंबर को इस मामले में सुनवाई हुई और अब अगली सुनवाई 8 फरवरी 2018 को होगी। सुप्रीम कोर्ट इलाहाबाद हाई कोर्ट के 2010 के फैसले के खिलाफ दायर 13 अपीलों पर सुनवाई कर रहा है। हाई कोर्ट ने अपने फैसले में अयोध्या में 2.77 एकड़ के इस विवादित स्थल को इस विवाद के तीनों पक्षकार सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और भगवान राम लला के बीच बांटने का आदेश दिया था। उत्तर प्रदेश के सेन्ट्रल शिया वक्फ बोर्ड ने इस विवाद के समाधान की पेशकश करते हुए न्यायालय से कहा था कि अयोध्या में विवादित स्थल से उचित दूरी पर मुस्लिम बहुल्य इलाके में मस्जिद का निर्माण किया जा सकता है।

