सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि अंकिता फर्राटे से 75 जिलो के नाम बता देती हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अंकिता को लेकर उनके हेडमास्टर शत्रुघ्नमणि ने बताया कि इस प्राइमरी स्कूल में कान्वेंट स्कूलों की तरह समय-समय पर प्रतियोगिता की जाती है और अंकिता पढ़ने में बहुत तेज हैं। वह कक्षा में भी ध्यान से पढ़ाई करती है और अगले दिन उसे याद करके भी आती हैं।

बीजेपी विधायक ने शेयर किया वीडियो

बीजेपी विधायक ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से इस वीडियो को शेयर कर कमेंट किया कि, ‘श्रीमान अरविंद केजरीवाल, ढपली पीटने के बजाय हमारे देवरिया की इस नन्ही बिटिया अंकिता चौरसिया को देखिए, फिर समझिए कि श्री योगी आदित्यनाथ जी की सरकार ने उत्तर प्रदेश की शिक्षा दीक्षा में क्या क्रांति की है, इसे कहते हैं बदलाव।’

अनुप्रिया पटेल ने भी की लड़की की तारीफ

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने इस वीडियो पर लिखा कि एक साथ में प्रदेश के सभी 75 जनपदों का नाम बताने वाली देवरिया की आदर्श प्राथमिक विद्यालय की चौथी कक्षा की नन्हीं सी छात्रा अंकिता चौरसिया, वाकई प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती। बेटियां पड़ेगी तो पीढ़ियां बदलेंगी। बेटियां बचेंगे तो ही समाज और मूल्य बचेंगे।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

विपिन राठौर नाम के एक ट्विटर यूजर यूपी के प्राथमिक विद्यालय से जुड़ी एक खबर का स्क्रीन शॉटशेयर करते हुए शलभमणि त्रिपाठी के पोस्ट पर लिखा – यह भी पढ़िए शलभ मणि जी, वह स्कूल शिक्षा मित्र के भरोसे चल रहा है। एक शिक्षक 5 कक्षा के छात्रों को पढ़ा रहा। आप लोग शिक्षक भर्ती ना कर के छात्रों का भविष्य क्यों बर्बाद कर रहे हैं? एक अन्य यूज़र ने सवाल किया कि फिर क्यों अधिकारियों ने आदेश पारित कर दिया कि कोई भी स्कूल नहीं देख सकता।

विवेक रॉय नाम के ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं कि अरे अरविंद केजरीवाल को यूपी के बच्चे नहीं दिखाई देते हैं, उन्हें तो बस अपने फर्जी विज्ञापन दिखाकर वोट लूटना है। राघवेंद्र त्रिपाठी नाम के एक यूजर ने लिखा – केवल झूठ बताने वाले लोगों को इस बच्ची की को भी देखना चाहिए। अनुपम शुक्ला नाम के एक यूजर ने सवाल किया कि अरे भाई माना कि योगी आदित्यनाथ सरकार शिक्षा को लेकर अच्छे काम कर रही है लेकिन शिक्षकों की भर्ती के लिए अभी तक पद क्यों नहीं निकाले गए हैं?