यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनैतिक सरगर्मी बड़ी हुई है। सभी पार्टियां सत्ता में अपनी जगह बनाने के लिए जोर आजमाइश करती नजर आ रही हैं। भीम आर्मी पार्टी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने ऐलान किया है कि यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ जिस सीट से चुनाव लड़ेंगे उसी सीट से वह भी उनको टक्कर देंगे। चंद्रशेखर आजाद मीडिया में भी खूब बयानबाजी करते नज़र आते हैं।
एबीपी न्यूज़ के इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया था कि आप कहते हैं कि दलितों के साथ अन्याय होगा तो आप खड़े रहेंगे लेकिन आप सवर्णों को क्यों छोड़ देते हैं? इस सवाल पर आजाद ने कहा था – मैंने छोड़ नहीं देता हूं लेकिन उनकी बात करने वाले कई दल हैं। मुझे हंसी आती है जब उत्तर प्रदेश में यह चलाया जाता है कि ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहा है। उन्होंने कहा था कि मेरी ब्राह्मणों से कोई नाराजगी नहीं है लेकिन अगर पिछले 5 साल का रिपोर्ट कार्ड उठाकर देखा जाए तो जितना ब्राह्मणों के साथ अत्याचार हुआ होगा उतना दलितों के साथ 1 दिन में होता है।
उन्होंने यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का जिक्र करते हुए कहा था कि यहां उनके सारे डीएम, एसएसपी बैठे हुए हैं। सभी संवैधानिक संस्थाओं में ब्राह्मणों को बैठाया गया है तो उन पर अत्याचार कौन कर रहा है? अत्याचार तो हम पर किया जा रहा है। मैं मानता हूं कि जिनको ज्यादा जरूरत है, उनकी सुनवाई पहले की जानी चाहिए।
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर बोले- समर्थन के लिए मायावती को पांच बार फोन किया था, पर…
आजाद ने कहा था कि सरकार ने दलितों के नाम पर मोहरे खड़े कर दिए लेकिन उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया। उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जिक्र करते हुए कहा था कि उनके यूपी आगमन पर हर जगह सड़कों पर पोस्टर लगाए गए थे। वो आम जनता का पैसा है जो प्रचार में खराब किया गया। उन्होंने दावा किया कि इस सब चीज की सब जनता को हो गई है इसलिए 2022 में बीजेपी सरकार जाने वाली है।
अगर राष्ट्रपति का सम्मान हो रहा है, किसी भी तरीके से वह एक समाज से निकलकर सर्वोच्च पद पर पहुंचे तो उनके स्वागत में अगर बैनर पोस्टर लगते हैं तो क्या समस्या है? इसके जवाब में आजाद ने कहा था कि बैनर पोस्टर लगाने से हमें कोई समस्या नहीं है लेकिन इससे बीजेपी सरकारी पैसे के बजाय अपनी पार्टी फंड से लगवाएं। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि राष्ट्रपति को दलितों के हित के लिए बोलने नहीं दिया जाता है।