बरखा दत्त एक बार फिर से ट्रोलर्स के निशाने पर आ गई हैं। दरअसल इस बार उन्होंने एक कश्मीरी महिला के साथ ली गई अपनी एक तस्वीर साझा की है। इस फोटो में दत्त एक कश्मीरी महिला से गले मिल रही हैं और महिला उन्हें प्यार से चूम रही हैं। बरखा दत्त ने फोटो कैप्शन के साथ लिखा, “I have been mocked & taunted for this DP. But for me this is also the truth of Kashmir. And now I have the PM’s permission to say so !” इसका मतलब है, “मुझे इस तस्वीर के लिए कई बार कोसा जा चुका है लेकिन मेरे लिए यह भी कश्मीर का सच है और अब तो मेरे पास पीएम मोदी की भी इजाजत है।” दरअसल इस फोटो के जरिए बरखा दत्त ने उन ट्रोलर्स पर निशाना साधा है जो उन्हें कश्मीर मुद्दे को लेकर कई बार ट्रोल कर चुके हैं। वहीं पीएम मोदी का संदर्भ, दत्त ने उनके स्वतंत्रता दिवस पर कश्मीरियों को लेकर दिए गए भाषण को लेकर दिया। हालांकि कई लोगों ने इस बार भी बरखा दत्त को अपने ट्रोल्स का निशाना बनाने से नहीं चूके।
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि वह कश्मीर की समस्याओं को प्यार से सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, क्योंकि इस समस्या का गोलियों या गालियों से समाधान नहीं निकलेगा। मोदी ने लाल किले के प्राचीर से अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में कश्मीरी आतंकवादियों से हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौटने और देश के लोकतंत्र का हिस्सा बनने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अलावा देश का प्रत्येक शख्स जम्मू एवं कश्मीर का विकास करने और यहां के लोगों के सपनों को साकार करने में मदद के लिए प्रतिबद्ध है।
देखें बरखा दत्त का ट्वीट
I have been mocked & taunted for this DP. But for me this is also the truth of Kashmir. And now I have the PM’s permission to say so ! pic.twitter.com/tVJuaB1qno
— barkha dutt (@BDUTT) August 15, 2017
मोदी ने कहा कि देश कश्मीर की ख्याति एवं प्रसिद्धि को बहाल करना चाहता है। मोदी ने कहा, “हम राज्य की पुरानी समृद्धि वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि कश्मीर में जो भी हो रहा है, उसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं।” उन्होंने मुट्ठीभर अलगाववादियों पर चुटकी लेते हुए कहा कि वे कश्मीर की समस्याओं को ज्वलंत बनाए रखने के लिए नए हथकंडे अपना रहे हैं। मोदी ने कहा, “मैं बहुत स्पष्ट हूं कि इस लड़ाई को कैसे लड़ना है। यह न तो गालियों से और न ही गोलियों से सुलझेगा। हर कश्मीरी को गले लगाकर इसे सुलझाया जा सकता है।”