केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो अपने कुत्ते के साथ राजधानी एक्सप्रेस में सवार हए हुए और वोडाफोन पर चुटकी ली। केंद्रीय मंत्री की चुटकी पर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी मजे लिए। केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट किया, “मैंने अपने कुत्ते एडी को अपने साथ राजधानी एक्सप्रेस से लाया। मुझे उम्मीद थी कि इसके बाद वोडफोन का नेटवर्क पूरे रास्ते मुझे फॉलो करेगा। आखिर वे यह दावा करते हैं कि यह उनका ब्रॉड अम्बेसडर है। वे अपने विज्ञापन में इसे दिखाते हैं। ओह! इससे थोड़ी भी मदद नहीं मिली।” बाबुल सुप्रियो के इस ट्वीट पर यूजर्स ने भी मजे लिए। एक ने लिखा, “क्या करेंगे सर, गठबंधन की सरकार का यही हाल होता है। जब से वोडाफोन और आइडिया ने आपस मे मिलकर सरकार बनाई है, तब से देश की जनता त्रस्त है इनके नेटवर्क से और अब तो इसकी आदत डाल लेनी चाहिए।”
क्या करेंगे सर, गठबंधन की सरकार का यही हाल होता है जब से @VodafoneIN और @Idea ने आपस मे मिलकर सरकार बनाई है तब से देश की जनता त्रस्त है इनके नेटवर्क से और अब तो इसकी आदत डाल लेनी चाहिए।
— अमित श्रीवास्तव (@hi_aks54) November 27, 2018
एक अन्य यूजर ने लिखा, “बाबुल सर, वोडाफोन का नेटवर्क राजधानी के पीछे चल रहे ट्रेन में मौजूद था। वोडाफोन नेटवर्क हमेशा आपको फॉलो करने का दावा करता है, लेकिन कभी साथ चलने का वादा नहीं करता है।”
Babul Sir, Vodafone’s network was present on the train following your Rajdhani. Vodafone’s network always claimed to follow you but never claimed to be with you.
— Rightster™ ® © (@TheRightster) November 27, 2018
इसी तरह एक और यूजर लिखते हैं, “ऐसा लगता है कि आप विज्ञापन को अच्छे तरीके से नहीं समझ सकें। वे दावा करते हैं कि जहां आप जाओगे, वे आपका पीछा करेंगे। और ऐसा होता है। वह पूरी यात्रा आपके साथ थे।”
… It seems u’ve misunderstood d ad. They claim-“where ever YOU go,he will follow..” And it does.. He was with u,throughout d journey..
— Sudipa Chatterjee (@sudiparannaghor) November 27, 2018
बता दें कि गायक से नेता बने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल की राजनीति में काफी सक्रिय हैं। कुछ समय पहले उन्होंने ममता बनर्जी व उनकी पार्टी पर राज्य के संस्कृति और बंगाल के युवाओं के भविष्य को बर्बाद करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था, “राजनीति सही है, लेकिन उनलोगों ने इसे एक बदसूरत खेल बना दिया है। तृणमूल ने 34 वर्षो के वाम शासन को हटाने के नाम पर बंगाल में स्थिति और खराब कर दी है।”