ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि किसी का सामान ऑटोरिक्शा या कैब में छूट जाए तो ड्राइवर खुद उनके पास जाकर उनका सामान लौटाते हैं। वह भी सोने-हीरे की जूलरी, पर्स, कार्ड्स से जैसे कीमती सामानों से भरा बैग। लोग इस ऑटोरिक्शा ड्राइवर पर लोग इसलिए हैरानी जता रहे हैं क्योंकि यह खुद महिला के घर उसका कीमतती सामान से भरा बैग लौटाने पहुंच गया।
असल में महिला अपना पर्स ऑटोरिक्शा में रखकर भूल गई थी। उस बैग में हीरे के पेंडेंट, सोने की चैन रखी थी। इसके अलावा महिला के कार्ड्स, क्रेडिट कार्ड्स, पैन कार्ड और आधार कार्ड रखे हुए थे। महिला ने जब अपने घर के नीचे ड्राइवर को सामान के साथ देखा तो उसकी आंखों में आंसू आ गए। हीरे का पेंडेंट और सोने की चैन उसकी नानी और मां की निशानी थी। इसके अलावा पूरे कागजात उसी बैग में रखे हुए थे।
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लोग कर रहे तारीफ
यह घटना अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। लोगों का कहना है कि ऐसे ईमानदार लोग बहुत कम होते हैं, जो मालिक तक उसका भूला हुआ सामान लौटाने जाते हैं। या फिर लौटाने की कोशिश भी करते हैं। इस खबर को जानने के बाद लोगों को इस बात की तसल्ली हो रही है कि अभी भी गुड़गांव जैसे शहर में ईमानदार लोग हैं। लोग इस ड्राइवर की तारीफ कर रहे हैं। मामला गुरुग्राम से जुड़ा है।
लिंक्डइन यूजर अर्णव देशमुख ने दिल छू लेने वाली ये कहानी शेयर की है। एक लंबी पोस्ट कर देशमुख ने बताया कि कैसे उनकी दोस्त अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक कार्ड, हीरे की पेंडेंट, सोने की चेन जैसे कीमती सामान रखा हुआ अपना बैग ऑटो में ही भूल कर घर आ गई। वह शिफ्ट कर रही थी।
उन्होंने आगे लिखा, “जैसे ही मुझे पता चला कि वह अपना बैग ऑटो में भूल गई थी, जिसमें उसका कीमती सामान था।” तो मैंने और मेरी दोस्त ने यूपीआई मैसेंजर के जरिए ऑटोरिक्शा ड्राइवर को कॉल करने की कोशिश की। हालांकि कोई जवाब नहीं मिला।
खुद सामान लौटाने पहुंच गया ऑटो ड्राइवर
इसके बाद शाम शाम 4 बजे के आसपास उन्होंने गुरुग्राम पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने फौरन एक्शन लिया और उन्हें उन रास्तों पर ले जाकर सीसीटीवी चेक किया। सीसीटीवी के जरिए वे ऑटोरिक्शा ड्राइवर तक पहुंच सकते थे। हालांकि एक घंटे बाद उन्हें एक प्रॉपर्टी मैनेजर का फोन आया जिसने उन्हें बताया कि मनीरुल जमान नाम का एक ऑटोरिक्शा ड्राइवर बैग लेकर आया है।
“जब हम शाम 5.30-6 बजे के आसपास हम ड्राइवर का पता लगाने की कोशिश कर रहे थे उसी बीच मैनेजर का फोन आया उसने कहा “मैडम, एक ऑटो वाला आया और आपका बैग लेके”। हम कबसे इस पल का इंतजार कर रहे थे। यह सुनने के बाद हमारी आंखों से आंसू निकल पड़े। हमने राहत की सांस ली। हमने दौड़कर बैग चेक किया देखा तो सारी चीजें रखी हुईं थीं। हमारा विश्वास मजबूत हुआ। हमें यकीन हुआ कि गुरुग्राम जैसे टियर 1 शहरों में भी ईमानदारी है।
इस पोस्ट ने लोगों का काफी प्रभावित किया। यूजर ईमानदार ऑटो ड्राइवर की तारीफ कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “इस तरह की पोस्ट पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। हम जागरूकता के लिए नकारात्मक खबरें फैलाते हैं मगर इन सकारात्मक चीजों के बारे में अधिक बात करने से एक अच्छी शुरुआत होगी।”