मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) ने मध्य प्रदेश में मदरसों की पठन सामग्री की जांच कराने की बाद कही। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर के द्वारा मदरसों में पढ़ाई जा रही सामग्री की जाएगी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा (Madhya Pradesh Home Minister, Narottam Mishra) के मुताबिक उनके पास कुछ मदरसों में आपत्तिजनक पढ़ाने की शिकायतें आई हैं। जांच से यह भी पता चल सकेगा कि मदरसों में पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रम में और कितने सुधार की जरूरत है। इस पर एक डिबेट के दौरान जब तसलीम रहमानी ने वकील अश्विनी उपाध्याय (Ashwini Upadhyaya) को टोका तो उन्होंने डिबेट ही छोड़ दिया।
तसलीम रहमानी पर भड़के अश्विनी उपाध्याय
आज तक (AAJ Tak) चैनल पर मदरसे के सर्वे मामले पर चर्चा हो रही थी। सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय (Supreme Court lawyer Ashwini Upadhyay) और इस्लामिक स्कॉलर तसलीम अहमद रहमानी समेत अन्य कई लोग शामिल हुए थे। तसलीम रहमानी (Taslim Rehmani) ने कहा कि मदरसों का सर्वे करवाकर ये सिर्फ पब्लिसिटी चाहते हैं। इस पर जब अश्विनी उपाध्याय से पूछा गया कि क्या मदरसों का सर्वे करवाना सिर्फ एक पब्लिसिटी स्टंट है? इस पर अश्विनी उपाध्याय (Ashwini Upadhyay) जवाब दे ही रहे थे कि तसलीम रहमानी ने उन्हें टोक दिया और फिर अश्विनी उपाध्याय ने यह कहते हुए डिबेट छोड़ दी कि शिवलिंग को फव्वारा बताने वाले केसाथ डिबेट नहीं कर सकता।
‘शिवलिंग को फव्वारा बोलने वाले के साथ नहीं करूँगा डिबेट’
अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि बिहार-झारखंड के करीब 55 हजार बच्चे गायब हो गए थे, जो केरल पहुंच गए थे। केरल हाई कोर्ट ने सीबीआई को जांच करने का देश दिया था, इसमें कई लोग अभी भी जेल हैं। उन बच्चों को कनवर्ट करने के लिए किडनैप किया गया था और यतीमखाना में रखा गया था। इसी बीच तसलीम रहमानी ने बीच में टोकना शुरू कर दिया तो अश्विनी उपाध्याय भड़क गए। उन्होंने कहा कि मैं ऐसे लोगों के साथ डिबेट नहीं कर पाऊंगा जो शिवलिंग को फव्वारा बोलता है।
अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि गुरुकुल और मदरसे में अंतर यही है कि शिवलिंग को फव्वारा बोलने वाला टीवी पर बैठकर डिबेट कर रहा है और उसको जवाब देने वाली नूपुर शर्मा गुमनाम जिन्दगी जी रही हैं। इतना ही नहीं नुपुर शर्मा का समर्थन करने वालों का सिर तन से जुदा हो गया। भगवान शिव को फव्वारा बोलने वालों को आपने अपने चैनल पर बैठा रखा है, मैं इसके साथ डिबेट नहीं कर सकता, इन्हें हटाइए। इस पर एंकर ने कहा कि किसको डिबेट में रखना है और किसको नहीं आप मुझे मत बताइये। इस पर अश्विनी उपाध्याय खुद डिबेट छोड़कर चले गए।
बता दें कि सितंबर में ही मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh ) में मदरसों का सर्वे शुरू हुआ था। कहा गया कि जो भी गैरकानूनी मिलेगा उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। अब मदरसों में पढ़ाये जा रहे पाठ्यक्रम को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सभी मदरसों के सिलेबस की जांच के आदेश दिए हैं। इसको लेकर जिलों के कलेक्टरों को निर्देश जारी किया गया है।