सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव आने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सक्रिय नजर नहीं आ रही हैं। हालांकि उन्होंने हाल में ही दिए गए कई इंटरव्यू में कहा है कि अगर समाजवादी पार्टी उन्हें टिकट देती है तो वह जरूर चुनाव लड़ेंगी। परिवार में हुई तनातनी के बावजूद भी अपर्णा अखिलेश यादव के खिलाफ बोलती नहीं दिखाई देती है।
2017 में योगी सरकार के 100 दिन पूरे होने को लेकर अपर्णा से एक इंटरव्यू के दौरान सवाल पूछा गया था तो उन्होंने कहा था कि इतनी कम दिनों में किसी सरकार को आंकना बेवकूफी भरा है। अपर्णा से एंकर ने पूछा था – बीजेपी का आरोप है कि अखिलेश सरकार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त कर दी गई थी?
इसके जवाब में अपर्णा ने कहा था – पुलिस को अगर सबसे अच्छा माहौल किसी सरकार में दिया गया तो वह समाजवादी पार्टी की सरकार थी। इस सरकार में पुलिस के पदों को बढ़ाकर कानून व्यवस्था को सही करने के लिए अच्छा कदम उठाया गया। अपर्णा ने कहा था कि बीजेपी कहती है हमारे राज में एफआईआर दर्ज होते हैं इसको लेकर हम कहेंगे कि यह दिक्कत केवल सरकारों की नहीं है, बल्कि यह है कि जो पुलिस वाला हमारी चौकी पर बैठा है। उसको घूसखोरी की आदत हो गई है। इसको हम खत्म क्यों नहीं कर पाते?
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इस जवाब पर शो में उपस्थित योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह ने कहा था कि यानी अपर्णा मान रही है कि पहले भी घूसखोरी होती थी और आज भी हो रही है। अपर्णा ने इस पर कहा था कि मैं केवल इतना कह रही हूं कि कुछ पुलिस अफसर तब भी घूस लेते थे और अब भी लेते हैं। अपर्णा ने कहा था कि अगर आज भी बुर्का पहनकर किसी थाने में चली जाऊं तो गरीब आदमी बाहर ही खड़े मिलेंगे। जिनकी एफआईआर नहीं लिखी जा रही होगी।
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इस हार के बाद परिवार में सब कुछ ठीक है? इस सवाल पर अपर्णा ने कहा था कि मैं यहां पर योगी सरकार के कामकाज पर बात करने आई थी और आप परिवार पर सवाल पूछ रही हैं। उन्होंने आगे कहा था कि जो परिवार में छोटे होते हैं उन्हें कुछ दिवालें नहीं झांकनी चाहिए। हम आज भी चाहते हैं कि अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव एक हो जाएं।