केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के विषय पर चर्चा करने के लिए एक टीवी चैनल से बात कर रही थी। इस दौरान उनसे सवाल किया गया कि आपके परिवार में जो कलह मची हुई है वह खत्म होगी? अनुप्रिया पटेल ने इसका जवाब दिया। इसके साथ उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने अपनी मां कृष्णा पटेल (Krishna Patel) के खिलाफ कोई प्रत्याशी क्यों नहीं खड़ा किया।
दरअसल अनुप्रिया पटेल ‘एबीपी न्यूज़’ के कार्यक्रम ‘घोषणापत्र’ में पहुंची थीं। अपना दल की ओर से मुस्लिम उम्मीदवार उतारे जाने पर पत्रकार ने सवाल किया कि यह फैसला आपका था या फिर बीजेपी ने कहा है? अनुप्रिया ने इसके जवाब में कहा, ‘ इस फैसले को समझने के लिए आपको इतिहास में जाने की जरूरत है। हमने एक बार नहीं बल्कि कई बार मुस्लिम उम्मीदवार चुनाव में उतारे हैं।’
हिंदुत्व और सामाजिक न्याय को लेकर कही यह बात : अनुप्रिया पटेल से जब पूछा गया कि आपके लिए हिंदुत्व और सामाजिक न्याय में सबसे पहले क्या है? अनुप्रिया पटेल ने जवाब दिया – हमारी पार्टी केवल सामाजिक न्याय की राजनीति करती है, इसमें कोई संदेह नहीं है। हमारी यही विचारधारा है। इसके साथ ही उन्होंने छोटे दलों की प्रासंगिकता को लेकर कहा कि किसी भी बड़ी पार्टी को अधिक सीटें मिलती है तो उसके पीछे छोटे दल का हाथ होता है।
परिवार की कलह दूर होगी? : इस सवाल पर अनुप्रिया पटेल ने कहा कि राजनीति में ऐसे बहुत उदाहरण हैं। जहां पर अलग-अलग राजनैतिक विचारधाराओं से प्रेरित होकर लोग अलग-अलग दलों में हैं। उन्होंने अपनी बात करते हुए कहा कि मैं केवल अपने पिता की विचारधारा को लेकर आगे जा रही हूं। अपनी मां कृष्णा पटेल के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं उनके लिए बिल्कुल स्पष्ट हो कि हमारी पार्टी उनके खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
सोशल मीडिया यूजर्स के कमेंट : चंदन कुमार नाम के एक यूजर लिखते हैं कि सारे संसाधन बिक रहे हैं। आरक्षण खत्म हो रहा है और अनुप्रिया पटेल कह रही है कि सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ रही हूं। गजब का मजाक है। पवन सिंह नाम के एक यूजर ने लिखा – बड़ी-बड़ी बात करने वाली अनुप्रिया जी एक बार अकेले चुनाव लड़ने लें। अनुभव नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘ अगर मां को सम्मान देना ही है तो अपनी बहन के खिलाफ चुनाव प्रचार करने मत जाइए।’