केंद्र सरकार की सेना भर्ती के लिए तैयार की गई नई योजना ‘अग्निपथ’ के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश तक प्रदर्शनकारियों ने कई ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया है। हालात के मद्देनजर पूर्व मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द करने के साथ ही कई ट्रेनों का रूट बदल दिया है। आगजनी की घटनाओं को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोग कई तरह के सवाल उठा रहे हैं। एंकर अंजना ओम कश्यप (Anjana Om Kashyap) ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी।
अंजना ओम कश्यप का ट्वीट : एंकर ने अपनी सोशल मीडिया हैंडल से आग से धधकती ट्रेन का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘ये जिन ट्रेनों को एक के बाद एक आग के हवाले किया जा रहा है। वो उतना ही उन यात्रियों का है, जो भारतीय रेल का इस्तेमाल करते हैं। विरोध और इंसान में फर्क होना चाहिए। अंजना ओम कश्यप द्वारा किए गए ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स कई तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
यूजर्स के कमेंट्स : AIMIM नेता शौकत अली ने एंकर से सवाल किया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन। मैडम क्या आज डिबेट होगी, इनके घरों पर बुलडोजर चलेगा? पूछता है भारतीय मुसलमान। इसरार अहमद नाम के एक यूज़र ने कमेंट किया अब इन्हें दंगाई, पत्थरबाज, आतंकवादी नहीं बोलोगी क्या? यह सारे शब्द केवल मुसलमानों के लिए रखे हैं। शाकिर नाम के एक यूजर ने लिखा कि यह जो आग लगाने वाले और सरकारी संपत्तियों को जलाने वाले लोग हैं उन्हें ऊपर भी नहीं कहोगे? उन पर भी बुलडोजर चलाने की मांग करो।
एक अन्य सोशल मीडिया यूजर्स लिखते हैं कि मैडम हमारा सवाल यह है कि बुलडोजर चलाया जाएगा या नहीं? इब्राहिम नाम की एक यूजर ने पूछा – कल से इन लोगों पर बुलडोजर चलेगा? शेख नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘ क्या इन लोगों पर भी बुलडोजर चलाया जाएगा या फिर बुलडोजर केवल एक ही समुदाय के लोगों के लिए खड़ा किया गया है।’ अमिताभ नाम के एक यूजर ने लिखा कि मैडम बुलडोजर कार्रवाई की मांग कीजिए। आज तो शुक्रवार भी है।
सुशांत सिन्हा ने कही यह बात : पत्रकार सुशांत सिन्हा ने देशभर में हो रही आगजनी की घटनाओं पर कहा कि आगजनी करने वाले/ पत्थर चलाने वाले ‘छात्र’ नहीं हो सकते। एक एक की पहचान हो और सेना में भर्ती तो छोड़िये, किसी भी सरकारी नौकरी में इनकी धरती आजीवन बैन हो। सारी सरकारी स्कीम की सुविधाएं भी बैन हों, विरोध और गुंडई का फर्क सबको समझ जाना चाहिए। ऐसे उपद्रवियों के चक्कर में छात्र बदनाम हो रहे हैं।