शादी के बाद पढ़ाई छोड़ देने वाली महिलाओं के लिए बिहार की रुक्मिणी एक रोल मॉडल हो सकती हैं। जिन्होंने बच्चे को जन्म देने के बाद एग्जाम सेंटर पर जाकर अपनी परीक्षा दी। बांका की रहने वाली रुक्मिणी ने पीड़ादायक प्रक्रिया से गुजरने के बाद भी अपना एग्जाम नहीं छोड़ा। उनकी इस ललक को लेकर सोशल मीडिया यूज़र्स खूब तारीफ कर रहे हैं।

प्रसव के बाद रुक्मिणी ने दी परीक्षा

बिहार के बांका जिले की रहने वाली 22 वर्षीय रुक्मिणी कुमारी इस साल बिहार बोर्ड के एग्जाम दे रही हैं। रुक्मिणी गर्भवती थी और उनकी डिलीवरी डेट नजदीक थी। ऐसे में रुक्मिणी को प्रसव पीड़ा होने के बाद परिवार के लोग उसे लेकर अस्पताल पहुंच गए। जहां पूरी रात दर्द सहने के बाद सुबह रुक्मिणी ने बच्चे को जन्म दिया। अब चुनौती थी कि वह उसी दिन होने वाली परीक्षा कैसे देने जाएगी।

रुक्मिणी ने डॉक्टर से एग्जाम देने की इजाजत मांगी और बच्चे के जन्म देने के 3 घंटे बाद ही अपनी विज्ञान की परीक्षा देने एग्जाम सेंटर पहुंच गईं। जहां उन्होंने डॉक्टर की निगरानी में अपनी पूरी परीक्षा दी। मैट्रिक का एग्जाम दे रही रुक्मिणी को पढ़ाई का बेहद शौक है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शादी के बाद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रहने की अनुमति अपने ससुराल वालों से मांगी थी। ससुराल वालों ने भी रुक्मिणी को निराश नहीं किया। वह भी चाहते हैं कि
रुक्मिणी अपनी पूरी पढ़ाई करे।

सोशल मीडिया पर लोगों ने की तारीफ

सोशल मीडिया पर हर कोई रुक्मिणी की तारीफ करता नजर आ रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि भारतीय मां में बड़ी शक्ति होती है। पत्रकार अंजना ओम कश्यप ने ट्वीट किया,”प्रिय रुक्मिणी कुमारी, आप एक प्रेरणा हो। यह महिलाओं के संघर्ष को याद दिलाता है।” @MukeshAdvani नाम के एक यूजर ने कमेंट किया- यह एक महिला की वास्तविक और प्राकृतिक शक्ति है इसलिए वह कुछ भी कर सकती है। रुक्मिणी कुमारी जी को बधाई। @Yadavmanish_999 नाम के एक यूजर ने लिखा कि बुलंद हौसले को सलाम।

@CyberShashank नाम के एक ट्विटर हैंडल से लिखा गया,”यह कहानी दशकों तक कई लड़कियों को प्रेरित करेंगी।” @ladha_man नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया कि जितनी तारीफ की जाए कम है आपकी रुक्मिणी जी। @Tripathijeee नाम के एक यूजर ने कमेंट किया- कर्म प्रधान विश्व रचि राखा। जो जस करहि सो तस फल चाखा। @RajeshR78520278 नाम के एक यूजर ने लिखा,”यह कई लोगों के लिए प्रेरणा हैं, जो हमेशा असफलता के लिए बहाने बनाते हैं। @GopalSSrivastav नाम के एक यूजर द्वारा कमेंट किया गया- यह साबित हो गया है कि शिक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ नहीं है।