महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकर हटाने की मांग करते हुए अपने हिंदुत्व के मुद्दे को धार देने की कोशिश की है। एक रैली को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर बजेंगे तो हम हनुमान चालीसा भी बजाएंगे। इस विषय पर हो रही डिबेट के बीच एंकर सुशांत सिन्हा और IMF के अध्यक्ष डॉ शोएब जमई के बीच तीखी बहस हो गई।
दरअसल, यह डिबेट ‘ टाइम्स नाउ नवभारत’ न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘राष्ट्रवाद’ में हो रही थी। जिसमें एंकर द्वारा शोएब जमई से सवाल किया गया कि आपके हिसाब से मस्जिदों में लाउडस्पीकर की जरूरत है? इस पर शोएब जमई ने राजनैतिक दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मंदिर और दरगाह के बाहर मजबूर भिखारी बैठे होते हैं और दूसरे होते हैं सियासी भिखारी।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा, ‘ आजकल ये चलन बन गया है कि हर सियासी भिखारी मुसलमानों के नाम पर वोट मांग रहा है। जिनके पॉकेट फट गए हैं, वह भी मुसलमानों के नाम का पैंतरा चलाकर अपनी राजनीति बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।’ उनके इस जवाब पर एंकर ने सख्त लहजे में पूछा कि अभिनेता सोनू सूद कौन से सियासी भिखारी हैं? उन्होंने भी कहा था कि अजान की आवाज से कानों में दिक्कत होती है।
एंकर ने आगे पूछा कि जब घर में में लाउडस्पीकर नहीं है तो उसकी क्या जरूरत है? जमई ने कहा कि पहले के जमाने में किसी भी धर्म में इस तरह की टेक्नोलॉजी का प्रयोग नहीं किया जाता था। जिसके बाद उन्होंने एंकर के काम में लगे एयरफोन की बात करते हुए कहा कि आपने भी जो अपना ईयर फोन लगाया है, उसका मकसद तो यही है ना कि आप अपनी बात को दूर तक कह सकें।
जमई की बात पर एंकर ने अपना ईयर फोन निकालते हुए कहा कि हम इस ईयर पीस को अपने काम के लिए लगाते हैं। उन्होंने आगे चिल्लाते हुए पूछा कि यह मेरी मर्जी है इसलिए मैं इस लगा कर बैठा हूं। मैं घर पर यह लगाकर नहीं बैठा रहता हूं और ना ही पूरे मोहल्ले में इसे बांट कर कहा है कि सब कोई सुनो। एंकर ने कहा कि जिसे नमाज पढ़नी होगी, वो खुद उठकर आएगा। इसके लिए पूरे मोहल्ले को क्यों जगा रहे हैं। उसको सोने दीजिए।जिसके बाद एंकर और जमई के तीखी बहस होने लगी।