हनुमान जयंती के अवसर पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में सांप्रदायिक हिंसा हुई। इस विषय को लेकर एक टीवी चैनल पर डिबेट हो रही थी। जिसमें पैनलिस्ट ने मीडिया के काम पर सवाल उठाया जिस पर एंकर सुशांत सिन्हा भड़क गए। उन्होंने चिल्लाते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का नाम लेते हुए कहा कि वह सबसे ज्यादा जहर फैलाते हैं।

दरअसल, यह चर्चा ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ चैनल के प्रोग्राम ‘राष्ट्रवाद’ में हो रही थी। जिसमें मुस्लिम स्कॉलर मौलाना अली कादरी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि देश का माहौल मीडिया ने खराब कर रखा है, अब इसे देश का वातावरण सही करना चाहिए। इसके जवाब में सुशांत सिन्हा ने कहा कि यह वातावरण तब सुधरेगा, जब हिंदू के गलती करने पर जैसे वह दोषी बताया जाता है, वैसे ही मुस्लिम भी गलती करने पर दोषी बताया जाए।

मौलाना ने दोबारा मीडिया पर सवाल उठाया तो एंकर भड़क उठे। चिल्लाते हुए सवाल किया कि जब देश में मीडिया नहीं था तो हिंदू मुस्लिम के दंगे क्यों होते थे। इस बीच मौलाना ने असदुद्दीन ओवैसी का जिक्र किया तो सख्त लहजे में कहा कि ओवैसी साहब सबसे ज्यादा जहर फैलाते हैं। इस बीच डिबेट में मौजूद मुस्लिम स्कॉलर रिजवान अहमद ने कहा, ‘ यहां यहां पर इस बात का जिक्र करना ठीक नहीं है लेकिन इस देश में जनरल बिपिन रावत के निधन पर भी कुछ लोगों ने खुशियां मनाई थी।’

मौलाना अली कादरी ने इसके जवाब में कहा कि जो लोग बेवकूफ होते होंगे, वाह इस तरह की हरकत करते होंगे। यहां पर सब लोग बिपिन रावत की बेहद इज्जत करते थे। इस बीच रिजवान ने कहा कि इस जाहिल मौलाना को चुप करा दीजिए। जाहिल कहे जाने पर मौलाना अली कादरी भड़क गए। उन्होंने रिजवान पर हमला बोलते हुए कहा कि ऐसे लोगों के साथ में डिबेट पर नहीं बैठता।

मौलाना अली रिजवान को बदतमीज और गधा बताने लगे। इस पर एंकर ने आपत्ति लेते हुए कहा, ‘ आपकी भाषा बेहद खराब है, रिजवान आपको कुछ नहीं कह रहे हैं लेकिन आप इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। आप उनको नालायक और बदतमीज कह रहे हैं। यह भाषा आपकी बिल्कुल भी ठीक नहीं है।’ मौलाना अली रिजवान अहमद को बदतमीज और बेवकूफ कहते हुए डिबेट छोड़कर चले गए।