उत्तर प्रदेश में मदरसे सर्वे को लेकर मौलाना साजिद रसीदी ने विवादित बयान दिया। उन्होंने सर्वे पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुसलमान बहुत कुछ बर्दाश्त कर रहा है, जिस दिन अपने अधिकारों के लिए खड़ा हुआ। सरकार अपने आपको बचा नहीं पाएगी। इसके साथ उन्होंने मुसलमानों से कहा कि जो लोग भी सर्वे के लिए आए, उसका स्वागत जूते – चप्पल से करना चाहिए। इसी विषय पर हो रही डिबेट के दौरान एंकर सुशांत सिन्हा और मौलाना साजिद रसीदी के बीच तीखी बहस हो गई।

मौलाना ने कही ऐसी बात

उनके द्वारा दिए गए बयान पर एंकर ने सवाल पूछा तो मौलाना साजिद ने कहा कि मेरे देश के लोग गरीब और बेरोजगार होते जा रहे हैं, मुझे गुस्सा नहीं आएगा। इस पर भड़कते हुए एंकर ने कहा कि आपको गुस्सा आएगा तो सर्वे करने वाले लोगों का स्वागत जूते – चप्पल से करेंगे? एंकर ने आगे कहा, ‘ इस देश में बहुत सारे लोग कहते हैं कि सर तन से जुदा कर देंगे, इस पर हम लोगों को भी गुस्सा आता है। इस पर हम लोगों ने आज तक कहा कि ऐसा कहने वाले मिल जाए तो जूते – चप्पल से स्वागत करेंगे, हम तो कहते हैं कि ऐसे लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई जाए।’

भड़क गए एंकर

इस दौरान मौलाना साजिद रसीदी ने कहा कि अरे प्रशांत मियां…। मौलाना की बात पर एंकर सुशांत भड़क गए। उन्होंने चिल्लाते हुए कहा कि मेरा नाम प्रशांत नहीं बल्कि सुशांत है। उन्होंने कहा, ‘ मेरा नाम कोई गलत लेता है तो उसका स्वागत जूते – चप्पल से नहीं करता हूं, मैं उनको बताता हूं कि मेरा नाम प्रशांत नहीं सुशांत है। एंकर का कड़ा रुख देखकर मौलाना ने कहा कि आप पत्रकार हैं, आपको गुस्से में नहीं होना चाहिए। जिसके जवाब में एंकर ने कहा कि वह गुस्से में नहीं हैं।

सुशांत सिन्हा ने शेयर किया वीडियो

एंकर सुशांत सिन्हा ने इस वीडियो को शेयर कर लिखा कि मदरसे का सर्वे करने वालों का स्वागत जूते चप्पल से करने की धमकी देने वाले मौलाना का राष्ट्रवाद में कायदे से ‘स्वागत’ किया आज। एंकर द्वारा शेयर किए गए वीडियो पर कुछ लोग मौलाना पर कटाक्ष करते नजर आ रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों ने एंकर पर भी कई तरह के सवाल उठाए हैं।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

अंकित शर्मा नाम के ट्विटर हैंडल से लिखा गया कि जब कुछ गलत नहीं करते हो तो डरना क्यों है, सर्वे क्यों नहीं करने दिया जा रहा है। विनोद कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा – यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार है, चप्पल – जूते से स्वागत करके तो दिखाइए। कुलदीप नाम के एक यूजर द्वारा कमेंट किया गया, ‘ कहां से आते हैं ऐसे लोग, जो अपने ही अधिकारियों पर चप्पल जूते चलाने की बात करते हैं।’ राजेंद्र त्रिपाठी नाम के टि्वटर हैंडल से लिखा गया – आप लोग जब जानते हैं कि मौलाना ऐसा वैसा बयान देते हैं तो उन्हें राष्ट्रीय चैनल पर बुलाते ही क्यों हैं?