सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन स्थल के पास एक युवक का शव मिलने और इस पर शुरू हुई राजनीति ने टीवी डिबेट में भी जगह बना ली है। एक समाचार चैनल के कार्यक्रम के दौरान एंकर ने बीजेपी प्रवक्ता से पूछा कि क्या किसान आंदोलन की आड़ में सारी घटनाएं हो रही हैं। इसको लेकर सरकार क्या कर रही है?

टाइम्स नाउ नवभारत न्यूज़ चैनल के डिबेट कार्यक्रम में एंकर सुशांत सिन्हा ने बीजेपी प्रवक्ता शाजिया इल्मी के सामने यह सवाल रखा। इस पर इल्मी ने कहा, आंदोलन को अलग ही रंग दे दिया गया है। इन लोगों को माफी मांगनी चाहिए लेकिन ये अभी भी अपनी गलती नहीं मान रहे हैं। सिंघु बॉर्डर पर हुई घटना शाजिया इल्मी ने कहा, किसी व्यक्ति की हत्या और शव का निरादर बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।

उनकी इस बात पर एंकर ने उन्हें टोका और कहा, देश जानना चाहता है कि जिस आंदोलन के नाम पर ऐसी घटनाएं हो रही हैं उसे सरकार कब खत्म करेगी?

शाजिया इल्मी ने कहा, हमारी सरकार जल्द ही इस विषय पर निर्णय लेगी। इस मामले पर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा है कि किसान आंदोलन के नाम पर बलात्कार, हत्या, वेश्यावृत्ति, हिंसा और अराजकता हो रही है। क्या आंदोलन के नाम पर अराजक तत्व किसानों को बदनाम कर रहे हैं?

वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने इस हत्या पर कहा, यह किसान आंदोलन को बदनाम करने की एक साजिश है। इससे किसान संगठनों का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए हजारों करोड़ों रुपए प्रशासन को दिए हैं।