‘हर घर तिरंगा’ अभियान पर सरकार और विपक्षी दलों के बीच रस्साकशी जारी है। एक तरफ जहां बीजेपी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर अपने सोशल मीडिया की डीपी पर तिरंगा लगाया है तो वहीं कांग्रेस नेताओं ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की तस्वीर अपनी डीपी पर लगाई है, जिसमें वह तिरंगा लिए खड़े हैं। इसी विषय पर एंकर सुधीर चौधरी ने अपने शो में एक सवाल किया तो लोग कई तरह के जवाब देने लगे।
सुधीर चौधरी ने किया ऐसा सवाल
‘आज तक’ न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘ब्लैक एंड वाइट’ में एंकर सुधीर चौधरी ने पूछा कि, ‘देश का राष्ट्रीय ध्वज कौन सा है, तिरंगा जिसे हर जगह देखा जाता है या फिर नेहरू वाला तिरंगा? तिरंगा सबका है या फिर केवल एक खानदान का है।’ उन्होंने आगे एक तरफ लहराते तिरंगे और दूसरी तरफ कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा पंडित नेहरू की तिरंगा थामे तस्वीर शेयर कर पूछा कि अगर कोई कहे, आप अपनी डीपी पर तिरंगा लगाइए तो आप कौन सा लगाएंगे?
लोगों का जवाब
पुष्पेंद्र नाम के ट्विटर यूजर द्वारा लिखा गया कि कितना बेहतर होता अगर इतनी ही चर्चा महंगाई और बेरोजगारी पर कर ली गई होती। एकलव्य नाम के ट्विटर यूजर द्वारा लिखा गया, ‘एक खानदान के तीन लोग प्रधानमंत्री थे, उन लोगों ने मिलकर आजादी का सपना देखा था। इसी खानदान के 2 लोग शहीद हो गए, ऐसे में पंडित नेहरू की डीपी लगाने में किसी को क्या समस्या हो सकती है?’
कांग्रेस नेत्री करिश्मा ठाकुर ने कमेंट किया कि सुधीर चौधरी जी जरा नागपुर वालों की डीपी को जाकर चेक कर लो। क्या उन पर चलाया जाएगा? राजीव रंजन नाम के एक यूजर द्वारा लिखा गया, ‘वह व्यक्ति नहीं देश के पहले प्रधानमंत्री थे, प्रधानमंत्री का अपमान देश का सम्मान कैसे?’ इम्तियाज खान नाम के एक यूजर ने लिखा कि जिन्होंने 52 साल तक खुले तौर पर इस तिरंगे को स्वीकार नहीं किया, उन्हें देश का गद्दार क्यों नहीं कहा जा रहा है?
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने RSS पर बोला हमला
‘हर घर तिरंगा’ अभियान को लेकर कांग्रेस नेताओं ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर कई तरह के सवाल उठाए हैं। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि आर. एस. एस के वरिष्ठ नेताओं और उनके आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर तिरंगे की तस्वीर क्यों नहीं लगाई गई है। जयराम रमेश ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पंडित नेहरू के साथ तिरंगा वाली डीपी लगाने के बाद RSS पर हमला बोलते हुए लिखा कि वर्ष 1929 के लाहौर अधिवेशन में रावी नदी के तट पर झंडा फहराते हुए पंडित नेहरू ने कहा था, ‘एक बार फिर आपको याद रखना है कि अब यह झंडा फहरा दिया गया है। जब तक एक भी हिंदुस्तानी मर्द, औरत, बच्चा जिंदा है, यह तिरंगा झुकना नहीं चाहिए।’ देशवासियों ने ऐसा ही किया।