‘वारिस पंजाब दे’ का मुखिया अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस और इंटेलिजेंस के साझा ऑपरेशन में गिरफ्तार कर लिया गया है। अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी से पहले का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह गुरूद्वारे के अंदर लोगों को संबोधित करता दिखाई दे रहा है। वहीं पुलिस की गिरफ्त में दिखाई दे रहा अमृतपाल सिंह कुर्ता पहना हुआ दिखाई दे रहा है और साथ में कृपाण भी है। वहां नजर आ आरहे अन्य लोग (जो पंजाब पुलिस के अधिकारी हो सकते हैं) सिर को ढके हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में सवाल उठने लगा कि अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी कैसे हुई?
अमृतपाल सिंह हुआ गिरफ्तार, पुलिस ने कही ये बात
पंजाब पुलिस ने कहा है कि हमें सूचना मिली थी कि अमृतपाल सिंह पंजाब के मोगा में रोडेवाल गुरुद्वारे में मौजूद है, इसके बाद हमने सभी मर्यादाओं को ध्यान में रखते हुए उसे गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद भी पंजाब पुलिस की तरफ ट्वीट कर चेतावनी दी है कि अमृतपाल सिंह गिरफ्तार हो चुका है, किसी भी तरह के फेक न्यूज और अफवाह ना फैलाएं। पंजाब पुलिस की तरफ से साफ़ कर दिया गया है कि अमृतपाल सिंह ने सरेंडर नहीं किया बल्कि उसे NSA के तहत गिरफ्तार किया गया है।
आप नेताओं ने कही ये बात
अमृतपाल की गिरफ्तारी के बाद से ही ट्विटर पर #Amritpalsingh ट्रेंड कर रहा है और लोग इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। आप राज्यसभा सांसद @DrSushilKrGupta ने ट्वीट कर लिखा है कि पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार किया। भगवंत मान सरकार ने बहुत ही परिपक्वता से कानून व्यवस्था को सम्भालते हुए एक सूझबूझ वाली सरकार वाला सख्त संदेश देकर बता दिया है कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि पंजाब संवेदनशील राज्य है, ऐसे राज्य में गड़बड़ी का अंदेशा होता है तो सरकार संजीदा होकर उसे संभालती है। मुझे खुशी है कि उन्हें (अमृतपाल सिंह) गिरफ़्तार कर लिया है। पंजाब में कोई नहीं चाहता कि पंजाब की स्थिति खराब हो। वहां कोई नहीं चाहता कि पंजाब का पुराना समय वापस आए इसलिए सब लोगों ने अपनी जाति, धर्म से ऊपर उठकर पंजाब सरकार का साथ दिया।
अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं
@iamsimratsahota यूजर ने लिखा कि जींस पहनकर फरार था, और अब इस ड्रेस में गिरफ्तार हुआ है। एक यूजर ने लिखा कि ड्रेस देखकर तो यही लग रहा है कि गुरूद्वारे में सेवादार बनकर बैठा था। कई यूजर्स ने अमृतपाल सिंह के पहनावे पर भी सवाल उठाया है, सामने आई तस्वीरों में अमृतपाल सिंह पैर में कुछ भी पहने हुए नहीं दिखाई दे रहा है। वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा कि अमृतपाल सिंह को असम की जगह उत्तर प्रदेश भेजना चाहिए, यहां ऐसे लोगों की अच्छी खातिरदारी होती है।
करीब 36 दिनों से फरार चल रहा अमृतपाल सिंह दो बार पुलिस चकमा देकर बच निकलने में कामयाब रहा और पुलिस की असफलता पर भी सवाल खड़े होने लगे थे। बताया जा रहा है कि अमृतपाल पर करीब एक दर्जन मामले दर्ज हैं। उसने गुरुद्वारे में शरण ले रखी थी। अमृतपाल के गुरूद्वारे में होने की सूचना पुलिस को मिली थी, जिसके बाद घेराबंदी की गई। जब कोई रास्ता नहीं बचा तो वह गुरूद्वारे से बाहर आया और पुलिस ने गिरफ्तार किया।