यूपी विधानसभा चुनाव की तारीख का ऐलान हो चुका है। 10 फरवरी से 7 चरणों में वोट डाले जाएंगे, वहीं 10 मार्च को रिजल्ट घोषित होंगे। ऐसे में राजनीतिक पार्टियों की तैयारियां तेज हो गई हैं। कुछ पार्टियों के नेता दूसरी पार्टियों की ओर भी जा रहे हैं। ऐसे में बीजेपी से कई नेता समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। इसी को लेकर पत्रकार अमिश देवगन ने ट्वीट किया तो सोशल मीडिया पर लोग उनसे कई तरह के सवाल पूछने लगे।
कुछ ट्विटर यूजर उनके समर्थन में अपनी प्रतिक्रिया देने लगे तो वहीं कुछ लोगों ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया। दरअसल पत्रकार ने ट्वीट किया, ” 5 साल जमकर काटी मलाई, अप चुनाव से ठीक पहले टिकट कटने के डर से कुछ दल बदलू नेताओं को सामाजिक न्याय की लड़ाई याद आ गई।” उनके इस ट्वीट पर पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह ने तंज कसा। उन्होंने एंकर की एक पुरानी ट्वीट को भी शेयर किया।
इसके साथ उन्होंने लिखा कि जब मध्य प्रदेश में सरकार गिर रही थी तब तो आप लाइव कमेंट्री कर रहे थे ईमानदार पत्रकार जी। पत्रकार प्रज्ञा मिश्रा ने कमेंट किया, “इधर तो खाने पर पाबंदी थी..सबके मुँह पर मुसक्का लगाया गया था..फिर मलाई किधर से खाई..खाने वाली बात भी जुमला थी क्या? विजय नाम के यूजर ने लिखा – राष्ट्रीय मीडिया द्वारा बड़ा खुलासा की योगी सरकार पिछले 5 सालों में सिर्फ मलाई काट रही थी तो ऐसी भ्रष्ट सरकार को दोबारा चुनने का क्या मतलब?
सूरज नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया, ” मलाई काटने से आपका तात्पर्य भ्रष्टाचार से है। यदि पूरी जानकारी हो तो जरा विस्तार से बताइए, जनता जानना चाहती है।” माधव शर्मा नाम के एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि सरकार कहती है कि जीरो टॉलरेंस था, ये कह रहे हैं कि मलाई काटी। शाहबाज अंसार नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ” मतलब योगी सरकार में नेता और मंत्री लोग मलाई चाट रहे थे?”
सूरज घोष नाम के एक ट्विटर यूजर ने कमेंट किया कि साहब तो कहते थे न खाएंगे न खाने देंगे, तो फिर यह मलाई वाली बात कहां से आई? जानकारी के लिए बता दें कि जो यूजर एंकर का पुराना ट्वीट शेयर कर रहे हैं उसमें उन्होंने मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार जाने को लेकर लिखा था। उसी कमेंट के जरिए सोशल मीडिया यूजर्स उन पर निशाना साध रहे हैं।
