फिल्म आदिपुरुष में रावण और हनुमान के किरदार को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इसके साथ ही इस फिल्म का विरोध शुरू हो गया है। इतना ही नहीं, मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से विवादित सीन हटाने के लिए भी कहा गया है। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने भी अपना विरोध जताया है। एंकर अमीश देवगन ने भी अपने कार्यक्रम के दौरान हनुमान के स्वरूप को लेकर टिप्पणी की तो लोग उन्हें तरह-तरह की सलाह देने लगे।

अमिश देवगन ने शेयर किया वीडियो

अमीश देवगन ने कार्यक्रम का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें बता रहे हैं कि बजरंगबली का स्वरूप कैसा है। उन्होंने कहा कि इस पर हमें और आपको रिसर्च करने की जरूरत नहीं है। हनुमान चालीसा में इसका वर्णन है कि हनुमान का स्वरूप कैसा है। अमीश देवगन ने कहा कि कंचन बरन बिराज सुबेसा। कानन कुंडल कुंचित केसा। हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै। कांधे मूंज जनेऊ साजै। यही है बजरंगबली के स्वरूप का वर्णन।

लोगों की प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर लोग अमीश देवगन के इस ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे है। @Atulkumarseth2 यूजर ने लिखा कि अमीश आपको रिसर्च करने की जरूरत है, हनुमान जी का जन्म त्रेता युग में हुआ था और हनुमान चालीसा गोस्वामी तुलसीदास ने कलयुग में सोलवीं सदी में लिखी है। ऐसे में हनुमान चालीसा में बजरंगबली के जिस रूप का वर्णन है वह तुलसीदास जी की अपनी एक कल्पना है।

@DrRupani यूजर ने लिखा कि आप मंत्री जी से बात करिए, जो सेन्सर बोर्ड की देखरेख करते हैं, निर्माता या कलाकारों के पीछे पड़ना उचित नहीं है। @TanRajX1 यूजर ने लिखा कि हमारे पूजनीय महावीर विक्रम बजरंगी को पहले भी जाति में घसीटकर घेरा गया था। कोई दलित, कोई पहलवान, कोई राजपूत, कोई क्षत्रिय आदि बता रहा था और अब उनका 21वीं सदी का विवादित स्वरुप दिखाया जा रहा है।

बता दें कि फिल्म आदिपुरुष में रावण और हनुमान के स्वरूप को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। फ़िल्म में रावण का किरदार सैफ़ अली ख़ान निभा रहे हैं, जिन्हें बिना चंदन के काले रंग की पोशाक में दिखाया गया है। ट्विटर पर रावण के लुक की तुलना अलाउद्दीन खिलजी से किया है। विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि अगर आप रावण को ‘दुष्ट’ और ‘बुरा’ या मुगल के रूप में दिखाएंगे तो लोग तो नाराज होंगे ही।