मछली पकड़ने के लिए समुद्र में गई एक नाव लापता हो गई। काफी खोजबीन के बाद भी इस नाव और उस पर सवार लोगों का कोई सुराग नहीं मिला। हार कर जांच कर रही टीम ने सर्च अभियान रोकने का फैसला कर लिया। हालांकि इसके अगले ही दिन इस नाव पर सवार एक मछुआरा अकेले में लाइफ बोट पर तैरता पाया गया, दो सप्ताह से अधिक वक्त तक यह मछुआरा समुद्र में मौत और जिंदगी से जंग लड़ता रहा।
12 अक्टूबर को वाशिंगटन, अमेरिका से मछली पकड़ने वाली नौका ‘द इवनिंग’ से समुद्र में गया था, उसे 15 अक्टूबर तक वापस आना था। हालांकि वह वापस नहीं आया और ना ही कोई जानकारी मिली। अमेरिकी तट रक्षक ने जहाज की तलाश शुरू की लेकिन 14,000 वर्ग मील समुद्र की खोज के बाद भी नाव का कोई सुराग नहीं मिला।
जान बचने के बाद भावुक हुआ मछुआरा
बुधवार 25 अक्टूबर को अमेरिकी तट रक्षकों ने नाव को खोजने का प्रयास रोक दिया। हालांकि इसके अगले ही दिन 26 अक्टूबर को एक मछुआरे को ब्रिटिश कोलंबिया के सूके नाम की जगह पर लाइफ बोट में तैरता पाया। उसकी जान बचा ली गई है। दो हफ्ते तक जिंदगी और मौत से जूझ रहे इस मछुआरे को जैसे ही बचाया गया, वह बचाव करने आये लोगों के गले लग भावुक हो गया।
मछुआरे ने बताया कि वह जिंदा रहने के लिए समुद्र से मछली पकड़कर वही खाता था। यही खाकर वह दो सप्ताह तक जिंदा रहा। मछुआरे को बचाने वाले जॉन और रयान प्लाम ने बताया कि जब वह हमारे पास आया तो उसे पीने के लिए तीन बोतल पानी दिया और क्योंकि वह भूखा था, इसलिए उसने खूब सारा नाश्ता किया। हालांकि अभी भी एक मछुआरा लापता है, अभी तक नाव और उस पर सवार एक अन्य की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
मछुआरे की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है। समुद्र में तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए 13 दिनों तक बिना भोजन या पानी के इस मछुआरे को रहना पड़ा। ऐसी स्थिति में जहां जिंदगी बचने की उम्मीद ना के बराबर थी, ऐसे में मछुआरा जिंदा रहने के मजबूत इरादे के कारण ही जिंदा रह पाया। एक मछुआरे के जिंदा मिलने के बाद अब बचाव दल लापता मछुआरे को खोजने की कोशिश कर रही है।