उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया। सीएम की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में इसपर फैसला लिया गया। सीएम के इस फैसले के आम जनता की राय दो हिस्सों में बंट गई है। एक पक्ष इसे सही बता रहा तो दूसरा पक्ष नाम बदलने की जरुरत नहीं होनी का बात कर रहा है। वहीं कुछ लोगों का मानना ही राज्य की भाजपा सरकार जनता के हित में कार्य नहीं कर पा रही इसलिए ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया है। इस कड़ी बॉलीवुड के मशहूर एक्टर इलाहाबाद का नाम बदले जाने पर योगी आदित्य नाथ सरकार की तीखी आलोचना की है। बुधवार (17 अक्टूबर, 2018) दोपहर को किए ट्वीट में उन्होंने सीएम योगी को रीनेमिंग स्पेशनिस्ट बताया है। ट्वीट में बॉलीवुड एक्टर ने लिखा, ‘इलाहाबाद से प्रयागराज… डियर रिनेमिंग स्पेशलिस्ट, क्या अपने स्लोगन ‘विकास’ का नाम भी बदलकर ‘विनाश’ करोगे, बस ऐसे ही पूछ लिया।’
#Allahabad to #Prayagraj… dear renaming specialists. … will you rename your slogan of #Vikas to #Vinash too … #justasking https://t.co/UBPZquCpM4
— Prakash Raj (@prakashraaj) October 17, 2018
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने इलाहाबाद का नाम बदल कर प्रयागराज किये जाने के उत्तर प्रदेश सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि जिस मानसिकता से अकबर ने प्रयागराज का नाम इलाहाबाद किया था, उसी मानसिकता के लोग आज उसका नाम प्रयागराज होने पर विरोध कर रहे हैं। भाजपा की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रवक्ता मनीष शुक्ल से कहा, ‘अकबर ने करीब 400 वर्ष पूर्व प्रयागराज का नाम बदल कर इलाहाबाद किया था। आज उस भूल को सुधारने का काम भाजपा सरकार ने किया है।’ उन्होंने नाम बदले जाने का विपक्षी दलों द्वारा विरोध किए जाने संबंधी एक सवाल पर कहा, ‘जिस मानसिकता से 15वीं शताब्दी में अकबर ने नाम परिर्वितत किया था, उसी मानसिकता के लोग आज इलाहाबाद का नाम प्रयागराज होने पर विरोध कर रहे हैं।’ उल्लेखनीय है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कल कहा था, ‘राजा हर्षवर्धन ने अपने दान से प्रयाग कुम्भ का नाम किया था और आज के शासक केवल ‘प्रयागराज’ नाम बदलकर अपना काम दिखाना चाहते हैं। इन्होंने तो ‘अर्ध कुम्भ’ का भी नाम बदलकर ‘कुम्भ’ कर दिया है। यह परम्परा और आस्था के साथ खिलवाड़ है।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा भी कह चुके हैं कि आस्था के साथ खिलवाड़ तो तब हुआ था जब इस संगम नगरी का नाम बदलकर इलाहाबाद रखा गया था। शर्मा ने कहा कि इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किए जाने पर कुछ लोग जो आपत्ति जता रहे हैं, वह निराधार है। किसी जिले का नाम बदलना सरकार का अधिकार है। जहां तक आस्था की बात है तो आस्था से तब खिलवाड़ हुआ था, जब प्रयागराज का नाम बदलकर इलाहाबाद रखा गया था। (एजेंसी इनपुट के साथ)