यूपी विधानसभा चुनाव से पहले योगी सरकार में मंत्री और कई विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इस मुद्दे को लेकर आज तक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम ‘दंगल’ में डिबेट हो रही थी। जिसमें बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और सपा नेता अतुल सक्सेना के बीच चर्चा गर्म हो गई। सपा नेता ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी हमारे यहां नहीं बल्कि बीजेपी में सौदेबाजी होती है तो सुधांशु त्रिवेदी ने ओपी राजभर का नाम लेकर पलटवार किया।
दरअसल अपनी बात की शुरुआत करते हुए सपा नेता ने कहा, ” जिस तरह से क्या बुलेट मिनिस्टर ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि बीजेपी में दलित, वंचित और शोषित समाज के लिए कोई काम करने के बजाय केवल अत्याचार किया है। उसी से आहत होकर वह वहां पर आवाज उठाने का काम नहीं कर पाए।” उन्होंने आगे कहा कि रहा सौदेबाजी करने का तो यह सब काम समाजवादी पार्टी नहीं बल्कि बीजेपी करती है।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर बीजेपी के कई नेता अखिलेश यादव के साथ आ रहे हैं। यह घटनाक्रम आगे भी ऐसा चलता रहेगा। सपा नेता ने ओपी राजभर का जिक्र कर कहा कि इनकी पार्टी के सहयोगी रहे राजभर ने कहा है कि अगर अखिलेश यादव हमें एक भी सीट नहीं देते तब भी हम समाजवादी पार्टी के साथ रहेंगे।
सपा नेता द्वारा कही गई बातों पर सुधांशु त्रिवेदी ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि आज तक किसी भी पार्टी ने केशव प्रसाद मौर्य जैसे नेता कोई डिप्टी सीएम नहीं बनाया था। अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए त्रिवेदी ने कहा, ” आप ओपी राजभर की बात कर रहे थे जो कहते हैं कि अखिलेश यादव हर साल 1 सीएम और 4 डिप्टी सीएम बनाएंगे।” सपा नेता ने जवाब दिया कि जवाब दो डिप्टी सीएम बना सकते हो तो हम भी तीन बना सकते हैं।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जो लोग यह कह रहे हैं कि बीजेपी की ताबूत में कील ठोकने का काम करेंगे तो हम लोग ताबूत वाले नहीं हैं। जानकारी के लिए बता दें कि योगी सरकार के दो मंत्री सहित 14 विधायकों ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है। श्रम मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी छोड़ने के बाद उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला है।