उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव एक ट्वीट के बाद खुद सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर गए हैं। कई यूजर्स ने उन्हें खुद की सरकार के कामकाज पर आत्ममंथन करने की राय दी है। दरअसल, अखिलेश ने किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर ट्वीट किया। इसमें उन्होंने गन्ना किसानों के भुगतान को लेकर राज्य की सरकार पर निशाना साधने की कोशिश की। मगर इस दौरान पूर्व सीएम ने एक छोटी गलती कर दी। उन्होंने ट्वीट के साथ जिस अखबार का स्क्रीन शॉट शेयर किया, वह काफी पुराना था। इसी अखबार के स्क्रीन शॉट के साथ यूपी में योगी आदित्य नाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार को उन्होंने अक्षम करार दिया है। सोमवार (23 अप्रैल, 2018) को किए इस ट्वीट में अखिलेश ने लिखा है, “गन्ना किसानों का हजारों करोड़ बकाया है और ये ‘अक्षम सरकार’ ऑडिट के बहाने गन्ना किसानों का भुगतान टाल रही है। अपनी नाकामी छिपाने के लिए ये सरकार हर बात में जांच-पड़ताल का सहारा लेकर टालमटोल करती है। ये कैसी सरकार है जो ना तो जनता के काम आ रही है और ना कोई काम कर रही है।” ट्वीट के साथ पुराने अखबार का स्क्रीन शॉट भी लगाया है। इसका शीर्षक है, ‘गन्ना भुगतान में मंत्री जी का जिला फिसड्डी।’

अखिलेश के इस ट्वीट पर विकास शर्मा ने लिखा, “यादव जी को भी राहुल गांधी का असर हो गया है, एक साल पुरानी खबरों को दिखा रहे हैं। सब के सब कलाकार हैं।” अभय कुमार लिखते हैं कि आपने क्या किया। यह बताइए। एसएसके लिखते हैं कि आपकी सरकार थी तब क्या कर रहे थे। अनिल लिखते हैं, “जैसे आप तो बहुत कुछ कर रहे हैं। आपकी सरकार सिर्फ चुनाव जीतना चाहती है, जबकि मोदी सरकार एक आम आदमी को जिताना चाहती है। मोदी जी ही देश को आगे बढ़ा सकते हैं।”

एसआर मौर्य लिखते हैं, “पूर्व मुख्यमंत्री जी जनता को यह बात भी बताने का कष्ट करें ये बकाया किस समय से है, कहीं यह आपके शासनकाल के दौरान का तो नहीं?” राजवीर सिंह लिखते हैं, “जी, अखबार का दिनांक नही देखे क्या आप, 23 अप्रैल 2017 है। आप के CM पद से हटने के कुछ दिन बाद का ही अखबार है। वो आप के ही कार्यों का नतीजा था जो बकाया था।”