अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने सपा नेता फहद अहमद से कोर्ट मैरिज शादी कर ली और अब वह पारंपरिक रूप से शादी करने जा रही हैं। हल्दी और मेहंदी की रस्म के बाद दोनों ने कव्वाली नाइट का आयोजन किया, जिसमें तमाम लोग शामिल हुए। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी इस समारोह में शामिल हुए, जिसकी तस्वीरें शेयर कर उन्होंने कपल को बधाई दी है।

क्या बोले अखिलेश यादव?

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तस्वीरों को शेयर कर लिखा है कि स्वरा भास्कर-फ़हद अहमद के सुखद वैवाहिक जीवन के लिए शुभकामनाओं के साथ मुबारकबाद। वहीं स्वरा भास्कर ने कहा है कि अखिलेश यादव जी का स्वागत करके ख़ुशी और सम्मानित महसूस कर रही हूं। सोशल मीडिया पर लोग इस पर तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं।

सोशल पर लोग इस टिप्पणी कर रहे हैं।

@socialist_nizam यूजर ने लिखा कि आपकी ये मुबारकबाद वाली ट्वीट देखकर अंधभक्तों के सीने पर सांप लोट गया होगा। @Vinayarien यूजर ने लिखा कि सर नॉन पॉलिटिकल इवेंट्स में भी ये टोपी लगा के जाना जरूरी है क्या? वैभव सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि किसी गरीब की शादी में जाते तो उसका भी भला हो जाता आपके भी 4 वोट बढ़ जाते। @Rupeshkumar106 यूजर ने लिखा कि कभी किसी गरीब के शादी में जाइए, बहुत पुन्य मिलेगा। हो सकता है उस गरीब का खुशी और बढ़ जाए आप लोग के पहुँचने से। ये लोग तो वैसे ही धनवान हैं।

@itsmeramhindu यूजर ने लिखा कि बहुत अच्छा आप से तो बस यही अपेक्षा की जा सकती है जिसके लिए आप जाने जाते। @ShyamleshYadav यूजर ने लिखा कि स्वरा भास्कर-फहद अहमद के सुखद वैवाहिक जीवन के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए हार्दिक बधाई एवं ढेर सारी शुभकामनाएं। एक यूजर ने लिखा कि 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी माननीय अखिलेश यादव जी अब प्रत्येक शादी में जाकर कर रहे हैं, ये एक अच्छा चुनाव प्रचार है क्योंकि प्रत्येक शादी में 1000-500 लोग तो आते ही हैं।

बता दें कि स्वरा ने 16 फरवरी 2023 को फहद अहमद के साथ अपनी शादी की ऑफिशियल घोषणा की थी। ट्विटर पर उन्होंने अपनी शादी से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया था। स्वरा भास्कर ने समाजवादी पार्टी के नेता फहद अहमद से शादी की है, फहद अहमद समाजवादी पार्टी की युवा इकाई के महाराष्ट्र और मुंबई के अध्यक्ष हैं। फरवरी 1992 को जन्में फहद मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बरेली के रहने वाले हैं। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से पढ़ाई की है। फिर एमफिल करने टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंस आ गए। यहीं उन्होंने राजनीति में कदम रखा।