यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को एक बार फिर से प्रचंड बहुमत मिला है। इस जीत के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से मुलाकात की। जिसकी फोटो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। यूजर्स इन तस्वीरों को शेयर कर मजे लेते नजर आ रहे हैं।
कविश नाम के टि्वटर हैंडल से सीएम योगी के सामने झुके कई पत्रकारों की तस्वीर शेयर कर लिखा गया कि लखनऊ के पत्रकार मुख्यमंत्री से मिलने गए तो पूरी रीढ़ ही झुका ली। पत्रकार अजीत अंजुम ने इस फोटो पर कमेंट किया कि क्या इन सब कोई खास एंगल पर झुककर महाराज के सामने आने को कहा गया था या इतना लपना ही इनकी मूल प्रवृत्ति है?
सूरज त्रिपाठी नाम के सोशल मीडिया यूजर लिखते हैं कि बीजेपी की जीत के बाद लखनऊ में पत्रकारों ने योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। सब ठीक है, मालिक के सामने तो झुकना पड़ता ही है। आराधना नाम की यूजर लिखती हैं – ये तो सामान्य शिष्टाचार है। विवेकानंद पांडे नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘ कुछ पाने के लिए कुछ झुकना पड़ता है।’ सचिन चौधरी ने कमेंट किया कि धन्य है ऐसे लोग। इंद्रजीत नाम के एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि योगी जी के चरण स्पर्श नहीं करेंगे तो ये अपने स्थान पर बने कैसे रहेंगे? पत्रकार साक्षी जोशी ने कमेंट किया, ‘ कंपटीशन हुआ.. कौन रीढ़ कितनी झुका सकता है, पता नहीं फर्स्ट कौन आया?
राहुल यादव लिखते हैं कि ऐसे लोगों से निष्पक्षता की उम्मीद कैसे की जा सकती है। नकवी नाम के ट्विटर हैंडल से कमेंट किया गया की रीड की हड्डी अभी चटकने लगें, खुद को इतना झुकाना नहीं चाहिए। अभिषेक नाम के एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि 45 डिग्री के कोण पर झुके हुए हैं। संदीप नाम के यूज़र ने कमेंट किया कि यह लोग एक मुख्यमंत्री के सामने नहीं बल्कि एक सन्यासी के सामने झुके हुए हैं।
अजय वर्मा लिखते हैं कि कुछ लोग तो ऐसे खड़े हुए हैं, जैसे कोई चोरी की थी और अब पकड़े गए हैं। अजहर अंसारी नाम के ट्विटर हैंडल से कमेंट आया किझुक कर सलाम करने में क्या हर्ज है। मगर इतना भी झुकना नहीं चाहिए। शुभम श्रीवास्तव नाम के एक यूजर कमेंट करते हैं कि इन लोगों ने इस तरह फोटो खिंचवाई ही है या फिर गलती से आ गई है।