पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी करने पर भाजपा ने अपने दो नेताओं पर कार्रवाई की है। बीजेपी ने नुपुर शर्मा को सस्पेंड कर दिया, जबकि नवीन जिंदल को पार्टी से बाहर कर दिया है। पार्टी द्वारा की गई कार्रवाई के बाद अब नुपुर शर्मा ने भी अपनी सफाई दी है। नुपुर शर्मा ने कहा कि अगर किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।
नुपुर शर्मा ने ट्विटर पर एक संदेश शेयर करते हुए लिखा है कि ‘पिछले दिनों से मैं टीवी चैनलों के डिबेट में हिस्सा ले रही थी, इस दौरान हमारे आराध्य शिव पर अपमानजनक टिप्पणी की गई। इससे आहत होकर मैंने कुछ बातें कहीं। इससे अगर किसी की भावना को ठेस पहुंची है तो मैं अपने शब्द वापस लेती हूं। मेरी मंशा किसी को कष्ट पहुंचाने की नहीं थी।’
नुपुर शर्मा पर हुई कार्रवाई पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। श्रवण बिश्नोई ने लिखा कि ‘लोग क्या कहते हैं, उससे फर्क नहीं पड़ता पर सच बोलने में पीछे नहीं हटना चाहिए। हम आपके साथ हैं, आपको पार्टी अकेला छोङ सकती हैं हम नहीं।’ सी आर आर्या ने लिखा कि ‘एक डरी हुई सेक्युलर पार्टी अपने प्रवक्ता की नहीं हुई, वो अपनों की कैसे होगी? आज दिल से उतर गई बीजेपी।’
शुभम त्यागी नाम के यूजर ने लिखा कि ‘भाजपा को जब नुपुर शर्मा का साथ देना चाहिए था, तब पार्टी से बाहर निकाल दिया, जब विपक्ष के नेता भाजपा में आ रहे थे, हमने तभी कहा था कि अब भाजपा से एक-एक करके पुराने भाजपाई निकाले जाएंगे।’ रिजवान हैदर ने लिखा कि ‘एक और माफीनामा, लेकिन मोहतरमा ने माफी मांगने में देरी कर दी।’
आप विधायक नरेश बाल्यान ने लिखा कि ‘केजरीवाल जी को गाली देना बहुत आसान है मैडम, जो आप दिन भर देते थे , इससे आपका इतना साहस बढ़ा कि आपने जहर फैलाना खुलेआम शुरू कर दिया। आप लोगों ने एक सुंदर देश में आग लगा दिया।’ मंजू सिंह ने लिखा कि ‘आपको इतनी धमकियां मिल गई, इतना अपमान हो गया और भाजपा ने सुरक्षा देने के बजाय निलंबित कर दिया, क्यों माफी मांग रहे हो आप?’
बता दें कि एक टीवी डिबेट पर चर्चा के दौरान नुपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी, इससे लोगों में काफी आक्रोश था। कहा जा रहा है कि कानपुर में दंगा भी इसी वजह से हुआ था। अब जहां भाजपा ने अपने ही दो नेताओं पर कार्रवाई की है तो वहीं कुछ लोग भाजपा के इस फैसले पर नाराजगी भी व्यक्त कर रहे हैं।