चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) को लेकर एक लंबे समय से इस बात की चर्चा की जा रही थी कि वह जल्द ही कांग्रेस पार्टी का दामन थाम सकते हैं। इन कयासों के बीच प्रशांत किशोर ने एक ट्वीट के जरिए कहा कि वह कांग्रेस के साथ नहीं जा रहे हैं। जिसके बाद से ही प्रशांत किशोर से टीवी चैनल के इंटरव्यू के दौरान कई तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं।

हाल में ही एक टीवी इंटरव्यू के दौरान प्रशांत किशोर से एंकर द्वारा पूछा गया, ‘ 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में आप ने कांग्रेस और सपा के साथ काम किया। साल 2021 में भी आप कांग्रेस में आते-आते रह गए थे और इस साल भी आप जाते-जाते रह गए? ऐसा क्या है, जो कांग्रेस से आपका मोह नहीं छूट रहा है?’ इसके जवाब में प्रशांत किशोर ने हंसते हुए कहा कि कांग्रेस में आने जाने की बात नहीं है।

उन्होंने कांग्रेस की तारीफ करते हुए कहा कि यह उनका बड़प्पन है, मेरे जैसे छोटे आदमी को बुलाकर अगर कांग्रेस बात कर रही है तो मैं उन्हें ना नहीं कह सकता हूं। उन्होंने आगे बताया कि वह कांग्रेस को बेहतर ढंग से बनाने के लिए उनके पास बात करने गए थे। उन्होंने अपने द्वारा दिए गए प्रेजेंटेशन को लेकर कहा कि कांग्रेस का बड़प्पन है कि उन्होंने मेरी बातों को सुना।

इसके साथ ही प्रशांत किशोर की ओर से कहा गया कि कांग्रेस की मेरी बातें सुन ना कोई मजबूरी नहीं थी। उन्होंने प्रशांत किशोर की बातों पर सहमति भी जताई थी लेकिन कुछ ऐसे नियम बनाए गए, जिसकी वजह से वह कांग्रेस के साथ शामिल नहीं हुए। इस दौरान एंकर ने उनसे सवाल किया कि क्या कांग्रेस को इस बात का डर था कि आप उनकी पार्टी पर हावी हो जाएंगे? इसके जवाब में प्रशांत किशोर की ओर से कहा गया है कि वह किसी के मन में घुस नहीं सकते हैं इसलिए इस तरह के सवालों के जवाब नहीं दे पाएंगे।

प्रशांत किशोर ने इस दौरान कहा, ‘वह इस बात से इनकार करते हैं कि उन्होंने कभी यह कहा हो, मेरे बनाने पर कोई नेता बना है।’ उन्होंने एक उदाहरण के जरिए कहा कि अगर आपके पास मिट्टी और चाक नहीं है तो कितने भी बड़े हुनरमंद हो लेकिन घड़ा नहीं बना सकते हैं। इसके साथ उनकी ओर से कहा गया कि अगर पार्टी और नेता मजबूत ना हो तो 100 प्रशांत किशोर भी कुछ नहीं कर सकते।