महाराष्ट्र सरकार में पर्यावरण व पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे एक न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां उन्होंने अपने विभाग को लेकर कहा कि पर्यटन और पर्यावरण को लेकर ज्यादातर राज्यों में फोकस नहीं होता है। इसे साइड पोर्टफोलियो माना जाता है। इसके साथ उनसे जब उनसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि असलियत सबको पता है।
दरअसल, आदित्य ठाकरे ‘एबीपी न्यूज़’ के कार्यक्रम ‘आइडियाज ऑफ इंडिया समिट’ में पहुंचे थे। जहां उनसे एंकर ने उनसे सवाल किया, ‘ आज के समय में राजनीति की दुनिया में योगी आदित्यनाथ हिंदुत्व के सबसे बड़े प्रतीक हैं?’ आदित्य ठाकरे ने जवाब में कहा कि इस सवाल पर सब के अलग-अलग मत हो सकते हैं लेकिन हर राज्य की अपनी एक जरूरत होती है।
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में उन्हें जनता ने चुना है और हमने भी अपनी पार्टी का प्रचार किया था लेकिन हम सफल नहीं हुए। फायर ब्रांड हिंदू नेता योगी आदित्यनाथ को टक्कर देने वाला कोई और नेता है? जब आदित्य ठाकरे से यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सब प्रचार की बातें होती हैं। यह सबको पता है कि असलियत क्या है और पक्ष क्या-क्या करता रहता है।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि जिस राज्य में जैसी जरूरत होती है, वैसे ही नेता चुनकर आते हैं। क्या अगर किसी राज्य में कोई हिंदू नेता किसी और पक्ष से चुनकर आया है तो वह हिंदू नहीं है या अगर किसी राज्य का नेता हिंदू नहीं है तो वह उसकी गलती है। लोकतंत्र की बात करते हुए आदित्य ठाकरे कहते हैं कि हमारे हर राज्य में अलग-अलग तरह की विचारधारा वाली पार्टियां नेतृत्व करती आई हैं।
शिवसेना के हिंदुत्व पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाए। उन्होंने आगे कहा, ‘ जो भी पार्टियां चुनाव के समय अपना वचन देती हैं, उन्हें अगर पूरा करेंगी तो वही राजनीतिक दलों की असली जीत होगी, लोगों की सेवा करना ही शिवसेना का असली हिंदुत्व है। जानकारी के लिए बता दें कि हाल में ही उत्तर प्रदेश में बीजेपी के प्रचंड जीत के बाद योगी आदित्यनाथ को दोबारा मुख्यमंत्री बनाया गया है।