Abhinav Arora Reacts on Viral video: बाल संत के नाम से वायरल अभिनव अरोड़ा ने स्वामी रामभद्राचार्य की डांट वाले Viral Video पर रिएक्ट किया है। उन्होंने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अपनी तकलीफ बताई है। साथ ही लोगों से अपील की है कि वो उनकी भक्ती पर सवाल ना उठाएं। साथ ही उन्हें धर्मगुरु या संत कहना छोड़ दे।
उन्होंने कहा, “मुझे एक बड़े मशहूर वक्ता की कुछ पंक्तियां याद आ रही है। वो ये कि सच्चाई छुपाई गई, अफवाह उड़ाई गई, बात कुछ और थी, बताई कुछ और गई। वो वीडियो प्रतापगढ़ का बताया जा रहा है, जो झूठ है। वो वीडियो एक से डेढ़ साल पुराना है और वृंदावन का है।”
देश का सबसे बड़ा मुद्दा क्यों बनाया जा रहा?
अभिनव पूछते दिखे,”क्या आपके माता-पिता, गुरु ने आपको कभी नहीं डांटा। अगर इतने बड़े संत स्वामी रामभद्राचार्य ने मुझे डांटा तो इसको देश का सबसे बड़ा मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है। ये तो किसी ने नहीं डाला कि स्वामी रामभद्रचार्य ने इसके बाद मुझे अपने रूम में भी बुलाया था और आशीर्वाद भी दिया था।”
उन्होंने कहा, ” मैं कहता हूं कि आपके गुरु ने भी तो कभी आपको आठ साल की उम्र में डांटा होगा। क्या आपसे बचपन में गलतियां नहीं हुईं। वो कहते हैं मैं स्कूल नहीं जाता। मैं स्कूल जाता हूं। लेकिन आज के समय में मुझे इतना ट्रोल किया जा रहा है कि मैं इन लोगों की वजह से स्कूल नहीं जा पा रहा हूं। मेरी बहन भी स्कूल नहीं जा पा रही है।”
जान से मारने की धमकी मिल रही
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे घरवालों के पास रोज 500-1000 कॉल्स आ रहे हैं। लोग दिवाली की तैयारी कर रहे हैं, मेरे परिजन कॉल उठा रहे हैं। मेरे घरवाले घर से बाहर नहीं निकल पा रहे। उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है। मेरी मां तो कॉल उठाने से भी डर रही है।”
अभिनव कहते हैं, “मुझे पहले बॉडी शेमिंग का सामना करना पड़ा, मैंने वो बर्दाश्त कर लिया पर अब बात मेरी भक्ति पर आ गई है, जो मैं बर्दाश्त नहीं करने वाला।”
अभिनव अरोड़ा ने बताया कि स्वामी के दर्शन करके मैं भक्ति में लीन हो गया था। इस कारण मुझसे मंच की गरिमा भंग हुई। इसके बाद मैंने कभी ऐसा नहीं किया। स्वामी जी की डांट में भी प्रेम छिपा होता है। मैंने उनकी डांट को भी आशीर्वाद ही समझा। मुझे कई चैनल धर्मगुरु और संत कह रहे हैं। कृप्या ऐसा ना करें। मैं भक्त हूं। धर्म को सीखने के प्रयास में हूं। मैं तो सीख रहा हूं। मैं सनातन धर्म का प्रचार करना चाहता हूं।
मुझे मंच की गरिमा का आभास नहीं था
वायरल वीडियो के संबंध में उन्होंने कहा कि तभी मैं छोटा था। मुझे मंच की गरिमा का आभास नहीं था। मंच पर शांत रहना है ये पता नहीं था। मैंने राम जी का जयकारा लगवा दिया, जिससे मंच की गरिमा भंग हुई। इस कारण डांट पड़ी। इस गलती से मैंने सीख ली। फिर ऐसा कभी नहीं किया।
पूरे परिवार पर झूठ बोलने का है आरोप
गौरतलब है कि दस साल के अभिनव अरोड़ा जो खुद को भारत के सबसे युवा आध्यात्मिक वक्ता (Spiritual Orator) बताते हैं पर एक यूट्यूबर ने झूठे होने का आरोप लगाया है। अपने यूट्यूब वीडियो में उन्होंने दावा किया है कि अभिनव अरोड़ा और उनके परिजन केवल लोगों से झूठ बोल रहे हैं।
अभिनव में कोई दैविक शक्ति नहीं है. ना ही ज्ञान है। वो केवल रटी रटाई स्क्रिप्ट बोलते हैं। रटी बातों से इतर सवाल पूछने पर वो जवाब भी नहीं दे पाते। यूट्यूबर ने ये भी आरोप लगाया है कि वो सामान्य बच्चों जैसे ही हैं। लेकिन व्यापार में नुकसान के बाद परिजनों ने प्लानिंग के तहत ये सारा भ्रम फैलाया है।