डार्विन थ्योरी को गलत बताने वाले केंद्रीय मंत्री सत्यपाल सिंह पर आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने चुटकी लेते हुए उन्हें इशारों ही इशारों में उन्हें बंदर कहा है। सत्यपाल सिंह ने कहा था कि चार्ल्स डार्विन की मानव के क्रमिक विकास का सिद्धांत वैज्ञानिक तौर पर गलत है, उसे स्कूलों और कॉलेजों में नहीं पढ़ाया जाना चाहिए। इस पर विश्वास ने ट्वीट कर कहा, ‘हां, मिस्टर मिनिस्टर, कुछ बंदर हमेशा बंदर ही रहते हैं। इसे साबित करने के लिए आपका धन्यवाद।’ आप नेता के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया यूजर्स के एक धड़े पर ने भी केंद्रीय मंत्री के मजे ले लिए। कुछ लोगों ने कहा कि विश्वास ने सुबह-सुबह ही आइना दिखा दिया। वहीं कुछ लोगों ने कहा कि आप नेता बंदरों का अपमान कर रहे हैं, क्योंकि बंदर ज्यादा समझदार और मासूम होते हैं। वहीं कुछ लोगों ने सवाल किया कि कहीं विश्वास दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की बात तो नहीं कर रहे।
Yes Mr.Minister,Several Apes always remain Apes
Thanks for proving https://t.co/kMnYaClZjN— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 21, 2018
सुबह सुबह आईना दिखा दिया गुरुदेव
सुप्रभातम— AYUSH PANDEY(CYSS) (@Iacayush) January 21, 2018
आप बन्दरों का अपमान कर रहे हैं sir
अपने शब्दों को वापिस लीजिए
बन्दर ज्यादा समझदार होते हैं
और मासूम भी— VIVEK SHARMA (@VIVEK01SHARMA) January 21, 2018
Sir aap @ArvindKejriwal ki bath kar rahe hai kya
— jithesh (@jitheshputtur) January 21, 2018
@htTweets
पानी मर्यादा तोड़े तो "विनाश" और वाणी मर्यादा तोड़े तो "सर्वनाश" !!— A.Deep (@adeep_84) January 21, 2018
This is a govt of Apes & India is becoming the planet of Apes.
— Caeprim (@PramodCaeprim) January 21, 2018
सर,इसका तात्त्पर्य दिल्ली वाले एक मात्र ईमानदार से तो नहीं !
— राहुल उपाध्याय (@Rahul1991_) January 21, 2018
Lets wait….what our ex union HRD Minster Ms Smriti Irani has to say on this……
— Raja (@soodhomeruh) January 21, 2018
दरअसल, ऑल इंडिया वैदिक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए महाराष्ट्र पहुंचे मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री सत्यपाल सिंह ने कहा था कि पूर्वजों ने कभी किसी कपि के इंसान बनने का जिक्र नहीं किया, इसलिए डार्विन का सिद्धांत गलत है और इसे पाठ्यक्रम से हटा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘इंसान जब से पृथ्वी पर देखा गया है, हमेशा इंसान ही रहा है। हमारे किसी भी पूर्वज ने लिखित या मौखिक तौर पर बंदर को इंसान में बदलने का जिक्र नहीं किया।’ बता दें कि उन्नीसवीं सदी के अंग्रेज प्रकृतिवादी डार्विन ने यह सिद्धांत दिया था। इसे ‘थ्योरी ऑफ इवोल्यूशन’ भी कहा जाता है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि बीजेपी से जुड़े किसी नेता ने किसी वैज्ञानिक सिद्धांत पर सावलिया निशान लगाया हो। सत्यपाल सिंह से पहले भी राजस्थान के शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा था कि सर आइजक न्यूटन से पहले गुरुत्वाकर्षण का सिद्धांत ब्रह्मगुप्त द्वितीय ने दिया था।