बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने हाल में ही एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को लेकर कहा कि राष्ट्रपति भवन में हमें कोई मूर्ति नहीं चाहिए, हमने यशवंत सिन्हा को बोलते हुए सुना है लेकिन द्रौपदी मुर्मू ने अभी तक एक भी प्रेस वार्ता नहीं की। तेजस्वी के बयान पर सियासी पारा तेज हो गया था। इसी विषय पर एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में चर्चा हो रही थी। जिसमें आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने एक ऐसी टिप्पणी की, जिस पर एंकर अंजना ओम कश्यप भड़क गईं।
दरअसल, यह डिबेट ‘आज तक’ न्यूज़ चैनल के कार्यक्रम हल्ला बोल में हो रही थी। जिसमें मृत्युंजय सिंह ने अपनी पार्टी की ओर से सफाई देते हुए कहा, ‘द्रौपदी मुर्मू उम्मीदवार बनने के बाद कभी भी कुछ नहीं बोली हैं, तेजस्वी यादव ने इसी विषय पर केवल टिप्पणी की थी।’
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उनकी ओर से कहा गया कि कौरवों की सभा में, जिस द्रौपदी का चीर हरण हुआ था। वहां पर कुछ लोग तो तमाशा देख रहे थे लेकिन तेजस्वी यादव तमाशा देखने वाले लोगों में से नहीं हैं। तेजस्वी यादव द्रोपदी का चीर हरण नहीं होने देंगे। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि महिला आदिवासी प्रेम दिखा रहे हैं, जब प्रतिभा पाटिल उम्मीदवार थी तो यह लोग कहां थे?
एंकर ने जताई आपत्ति : एंकर अंजना ओम कश्यप ने आरजेडी नेता पर भड़कते हुए कहा, ‘आपको एहसास है कि आपकी ओर से क्या कहा गया है? अगर आपको अपनी गलती का एहसास है तो माफी मांगनी चाहिए। क्या आप कभी किसी पुरुष के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करेंगे?’ आगे एंकर ने कहा कि उनका द्रौपदी नाम है तो आपने इस विषय पर वह बात घसीट दी। एक ऐसी महिला के लिए, जो देश की राष्ट्रपति बन सकती हैं।
आरजेडी नेता ने मांगी माफी : एंकर की ओर से आपत्ति जताने के बाद आरजेडी नेता ने कहा कि अगर हमारे द्वारा कही गई बात से किसी की भावना आहत हुई है तो हम माफी मांगते हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि उनके कहने का यह तात्पर्य कतई नहीं था, जो समझा गया।