AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनसंख्या नियंत्रण वाले बयान पर निशाना साधते हुए कहा है कि ज्यादातर गर्भनिरोधक का इस्तेमाल मुसलमान ही करते हैं। इसी मसले पर वह एक टीवी चैनल से बातचीत कर रहे थे। जिसमें उनसे जनसंख्या नियंत्रण और नए संसद भवन की छत पर बने अशोक स्तंभ पर सवाल किए गए।
समाचार चैनल आजतक से बातचीत के दौरान एंकर अंजना ओम कश्यप ने असदुद्दीन ओवैसी से सवाल किया, ‘ क्या आप चाहते हैं कि 2 बच्चे बाला कानून बनाया जाए?’ इस सवाल पर चिल्लाते हुए ओवैसी ने कहा कि वह इस कानून का विरोध करेंगे। इसके पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि इसकी वजह से हर महिला पर बेटा पैदा करने का दबाव बनेगा। जनसंख्या अनुपात की बात पर उन्होंने कहा कि महिला और पुरुष में एक लंबा अंतर हो जाएगा।
अशोक स्तंभ पर कही यह बात : इंटरव्यू के दौरान एंकर द्वारा यह भी पूछा गया कि अशोक के स्तंभ में शेरों के आक्रामक रूप से आपको दिक्कत है या फिर लोकसभा के स्पीकर ने अनावरण नहीं किया उससे परेशानी है? इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘भारत के संविधान का स्ट्रक्चर सबसे ऊपर है, संसद में संविधान के हिसाब से प्रधानमंत्री नहीं बल्कि लोक सभा स्पीकर सबसे बड़े हैं। यह ठीक नहीं है कि पीएम स्पीकर को अपने पीछे बैठाएं।’
लोगों के रिएक्शन : रोहित मल्होत्रा नाम के एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि जनसंख्या को नियंत्रण करने के लिए कानून जरूर लाना है की जरूरत है। कुछ लोग इसका विरोध इसलिए कर रहे हैं क्योंकि 58 इस्लामिक देश बनाने का सपना टूट जाएगा। मोहित कुमार चौधरी लिखते हैं – कुछ लोग दुनिया में हर सही काम का विरोध करने के लिए आए हैं। अभिनव शुक्ला नाम के एक ट्विटर यूजर कमेंट करते हैं, ‘ओवैसी से इस विषय पर राय लेने की क्या की जरूरत है?’
योगी ने जनसंख्या नियंत्रण पर दिया था यह बयान : यूपी सीएम ने कहा था, ‘ऐसा नहीं होना चाहिए कि जनसंख्या वृद्धि की गति या किसी समुदाय का प्रतिशत अधिक हो और हम ‘मूल निवासियों’ की आबादी को स्थिर करने के लिए जागरूकता या प्रवर्तन के माध्यम से कार्य कर रहे हों।’ उन्होंने कहा कि इसका धार्मिक जनसांख्यिकी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और वहां अराजकता और अव्यवस्था शुरू हो जाती है। जब हम जनसंख्या स्थिरीकरण के बारे में बात करते हैं तो यह सभी के लिए और जाति, धर्म, भाषा या क्षेत्र के ऊपर एक समान होना चाहिए।’