उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए बुलडोजर का सहारा लिया तो कार्रवाई का ये तरीका काफी चर्चाओं में रहा। मध्य प्रदेश सरकार ने भी इस ट्रिक को अपना लिया। हालांकि एक टीवी डिबेट में जब भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा से पूछा गया कि बुलडोजर अजय मिश्र टेनी पर क्यों नहीं चलता?
आजतक के हल्ला बोल कार्यक्रम में शामिल हुए संबित पात्रा से एक छात्र ने पूछा कि ‘आपकी सरकार है और आप माफियाओं और अपराधियों पर बुलडोजर चलाने की बात करते हैं तो अजय मिश्र टेनी पर क्यों नहीं चलता बुलडोजर?’ इस पर जवाब देते हुए संबित ने कहा, ‘आप बताइये कि टेनी साहब के जिस बेटे पर केस चल रह है।’ संबित पात्रा के इतना बोलते ही शोएब जमई ने कहा ‘टेनी साहब’?
शोएब जमई के टोकने पर संबित पात्रा ने कहा कि ‘वो देश के गृह मंत्री हैं, उनको साहब बोलने में मुझे कोई दिक्कत नहीं है, आपको गाली देते हैं। आप हाजिज सईद को साहब बोल सकते हैं, अफजल गुरु को साहब बोल सकते हैं। हमने एक ब्राहमण को साहब बोल दिया तो बहुत बुरा लग गया।’
टेनी पर जवाब देते हुए संबित पात्र ने कहा कि ‘उनके साथ जो न्याय प्रकिया होनी चाहिए थी हुई कि नहीं?’ इस पर एंकर अंजना ओम कश्यप ने पूछा कि ‘दस दिन रेड कारपेट डालकर आशीष मिश्रा का इंतजार क्यों हो रहा था? गृह राज्य मंत्री के बेटे होने का फायदा मिला कि नहीं? संबित पात्रा ने कहा कि ‘ये कोई रेड कारपेट वेलेकम नहीं होता, पश्चिम बंगाल में जब एक पीड़ित बच्ची के मामले को लव एंगल देने की कोशिश मुख्यमंत्री करती हैं तो इसे रेड कारपेट कहते हैं। टेनी के समर्थन में तब तक किसी ने कुछ नहीं बोला था।’
बता दें कि अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र पर थार गाड़ी से किसानों को कुचलने का आरोप लगा है। चुनाव के बीच में आशीष मिश्र को कोर्ट ने जमानत दी थी। हालांकि 18 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने एक हफ्ते के अन्दर आशीष मिश्र को सरेंडर करने का आदेश दिया है। फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा की पीड़ित पक्ष की सुनवाई ठीक से नहीं हुई है और जमानत देने में जल्दबाजी की गई। सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट को इस मामले पर फिर से सुनवाई करने का आदेश भी दिया है।