ऑफिशियल ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें 74 वर्षीय व्यक्ति के बारे में दिल को छू लेने वाली जानकारी साझा की गई है। मुंबई के बोरीवली स्टेशन के बाहर रूमाल बेचकर एक बुजुर्ग अपनी जीविका का प्रबंध कर रहे है। घर परिवार के सदस्य जब बुजुर्ग को इस उम्र में काम करने से मना करते हैं तो इसके जवाब में दिल को छू लेने वाली बात कहते हैं।

मुंबई के बुजुर्ग का वीडियो हो रहा वायरल

व्यक्ति का नाम हसन अली है, उनका मानना ​​है कि कोई भी आपके भाग्य में जो है उसे चुरा नहीं सकता और हर दिन काम करना चाहिए। हसन अली कई साल पहले जूते की दुकान पर काम करते थे, लेकिन पिछले 30 वर्षों से रुमाल बेचकर कमाई कर रहे हैं। हसन अली को बहुत कम लोग नाम से पुकारते हैं, ज्यादातर लोग उन्हें प्यार से ‘काका’ कहते हैं। ग्राहकों से विनम्रता से बात करने वाले काका, पैसा ना होने पर डिस्काउंट भी दे देते हैं।

Humans of Bombay ने शेयर किया है वीडियो

हसली अली ने यह भी कहा कि जब कोई रुमाल का इस्तेमाल मंदिर में करने की जानकारी देता है, तो मैं उसे रुमाल फ्री में दे देता हूं। हसन अली की बातें सुनकर और उनकी कहानी सुनकर सोशल मीडिया पर लोगों का दिल पसीज गया और उन्होंने जमकर तारीफ की है। उनके इस वीडियो को Humans of Bombay इन्स्टाग्राम पेज पर साझा किया गया है।

यूजर्स की प्रतिक्रियाएं

एक यूजर ने लिखा कि ये वाकई प्रेरणादायक है, मैं यह सब पढ़कर भावुक हो गया और इस तरह ख़ुशी फैलाने वाले काका से प्रेरित हो गया हूं। एक अन्य यूजर ने लिखा कि मेरी स्थिति इस वक्त ठीक नहीं है, कुछ भी ठीक नहीं हो रहा है लेकिन इस वीडियो को देखने के बाद मुझमें सकारात्मक ऊर्जा की अनुभूति हो रही है। एक अन्य यूजर ने लिखा कि काका ने कहा कि मुझे घर पर बैठकर सिर्फ खाना नहीं खाना है, मुझे चलते रहना है। यह उनकी बात दिल लूट ले गई।

अनु नाम की यूजर ने लिखा कि भगवान ऐसे लोगों की मदद से सन्देश देते हैं। आकांक्षा अरोरा नाम की यूजर ने लिखा कि मैं इनसे खरीददारी कर चुकी हूं, ये बहुत ही हंबल और प्यारे हैं। एक अन्य यूजर ने लिखा कि आज जब लोग इतनी आसानी से डिप्रेशन में चले जाते हैं तो यही काका हमें जिंदगी जीना सिखाते हैं। एक अन्य सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि मैं केवल यही चाहता हूं कि मैं इन लोगों के साथ बैठ सकूं और जान सकूं कि जीवन का दूसरा हिस्सा कैसा है। सीखने के लिए बहुत कुछ है।