भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) की कोशिशों की वजह से डीटीएच इंडस्ट्री में कई बदलाव हुए हैं। नियम बनाया गया कि उपभोक्ता जितने चैनल देखना चाहते हैं, उतने ही चैनलों के लिए पैसे देने होंगे। अब इसके बाद ट्राई टीवी कनेक्शन में गड़बड़ियों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है। ट्राई ने हाल में कई ट्वीट किए और एक फैसला लिया ताकि केबल टीवी ऑपरेटर और डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर हर समय उपभोक्ताओं की किसी समस्या को दूर करने के लिए तैयार रहें।
ट्राई ने यह घोषणा की है कि टीवी कनेक्शन में किसी तरह की गड़बड़ी पर कॉल सेंटर का प्रावधान है। यदि कनेक्शन से संबंधित गड़बड़ी को 72 घंटे के भीतर ठीक नहीं किया जाता है तो उपभोक्ताओं को पैसे देने की जरूरत नहीं होगी। केबल टीवी ऑपरेटर और डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर को मुफ्त में सेवा देनी होगी। बता दें कि सेट टॉप बॉक्स बदलने और एक कंपनी से दूसरी कंपनी में जाने के समय कनेक्शन में गड़बड़ी आम बात होती है।
ट्राई ने भारत में बेहतर टीवी अनुभव के लिए नए प्रावधान जारी किए हैं। यह नया प्रावधान 1 फरवरी 2019 से प्रभावी हो जाएगा। मौजूदा उपभोक्ता फ्री टू एयर चैनल के लिए भी पहले से तय रकम चुकाते हैं। ट्राई के नए प्रावधान के अनुसार, अब आपको सिर्फ उन चैनलों के लिए पैसे चुकाने होंगे, जिन्हें आप देखना चाहते हैं। ट्राई ने कहा कि उपभोक्ताओं के पास 100 एसडी चैनल चुनने के विकल्प होंगे, जिसमें फ्री और पेड दोनों तरह के चैनल हो सकते हैं। टैक्स सहित इस पैक की कीमत 130 रुपये से ज्यादा नहीं होगी।
कई ब्रॉडकास्टर सिर्फ बकेट के रूप में चैनल ऑफर करते हैं। हालांकि, अब ग्राहकों के पास चैनल चुनने का विकल्प होगा। टीवी के स्क्रीन पर मेन्यू में या इलेक्ट्रोनिक प्रोग्राम गाइड में प्रत्येक चैनल का एमआरपी दिखेगा। नए नियम के अनुसार, सभी डीटीएच प्रोवाइडर को कम से कम 100 चैनलों वाले पैक जिसकी कीमत 130 रुपये होगी, पेश करना है। यदि इससे ऊपर उपभोक्ता कोई चैनल सब्सक्राइब करना चाहते हैं तो उसके लिए अलग से पैसे देने होंगे।