भारत-चीन सीमा विवाद के बढ़ते तनाव के बीच भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए एक या दो नहीं ब्लकि तीन बार चीनी कंपनियों को ज़ोरदार झटका दिया है। सरकार के इस प्रहार से अब तक कई चीनी कंपनियों को मुंह की खानी पड़ी है। हाल ही में लोकसभा को सूचित किया गया है की आईटी मिनिस्ट्री अब तक राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता के हित में अब तक कुल 224 मोबाइल ऐप्स को ब्लॉक कर चुका है।

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी के राज्य मंत्री संजय धोत्रे (Sanjay Dhotre) ने लोकसभा में बताया की देश की रक्षा, संप्रभुता और अखंडता के हित में सूचना प्रौद्योगिकी कानून 2000 के सेक्शन 69ए के तहत Helo, Tiktok और WeChat समेत 224 मोबाइल ऐप्स ब्लॉक किए गए हैं। अब तक ब्लॉक हुए 200 से ज्यादा Chinese Apps में से कई ऐसे मोबाइल ऐप्स भी मौजूद थे जो भारतीय यूज़र्स के बीच काफी पॉपुलर थे।

कब-कब गिरी चीनी ऐप्स पर गाज़, जानें

याद करा दें की सरकार ने जून के महीने में 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया था और इनमें टिकटॉक, यूसी ब्राउज़र, SHAREit, वीचैट, CamScanner और मी कम्युनिटी जैसे Chinese Apps शामिल थे।

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जुलाई महीने में राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए 47 चीनी ऐप्स पर और फिर सितंबर महीने के शुरुआत में PUBG Mobile समेत 118 चीनी ऐप्स पर गाज़ गिरी और इन्हें बैन कर दिया है।

क्यों लगा है प्रतिबंध?

मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का ऐसा कहना है इन मोबाइल ऐप्स के खिलाफ कई स्रोतों से शिकायतें मिली थीं। कई ऐसी रिपोर्ट्स मिनिस्ट्री को मिली जिनमें जिक्र किया गया था की एंड्रॉयड में Google Play Store पर और आईओएस प्लेटफॉर्म पर कुछ ऐसे मोबाइल ऐप्स उपलब्ध हैं जो यूजर्स के डेटा को चोरी कर रहे हैं और डेटा भारत से बाहर स्थित सर्वर पर अवैध रूप से पहुंचाया जा रहा है।